बिहार में 4392 बंद नलकूप होंगे चालू
लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक के आदेश के बाद काम शुरू हो गया है पटना : राज्य में 4392 बंद नलकूप चालू होंगे. इसका मकसद सिंचाई सुविधाओं का विकास करना है. लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक के आदेश के बाद नलकूपों को ठीक करने का काम शुरू […]
लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक के आदेश के बाद काम शुरू हो गया है
पटना : राज्य में 4392 बंद नलकूप चालू होंगे. इसका मकसद सिंचाई सुविधाओं का विकास करना है. लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक के आदेश के बाद नलकूपों को ठीक करने का काम शुरू हो गया है.
पहले चरण में करीब 1000 नलकूपों पर काम चल रहा है. काम के प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है. विभाग के सूत्रों का कहना है कि राज्य में इस समय कुल 9192 नलकूप हैं. इसमें से 4800 चालू हालत में हैं. अन्य 4392 नलकूप अलग-अलग कारणों से वर्षों से बंद पड़े थे. विभाग के नये प्रधान सचिव केके पाठक ने हाल ही में प्रभार ग्रहण के बाद इन बंद नलकूपों को शुरू करवाने का निर्देश दिया था.
बिजली की समस्या होगी दूर
नलकूपों के बंद पड़े रहने के पीछे दो मुख्य वजह सामने आयी. अधिकतर नलकूपों के बंद होने की पहली वजह के रूप में बिजली की समस्या का पता चला है. इसे दूर करने के लिए विभाग के प्रधान सचिव ने बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की है. इस बातचीत के बाद बिजली कंपनी के अभियंता बिजली की समस्या दूर करने में जुट गये हैं.
नलकूप चलाने के लिए रखे जायेंगे मौसमी वर्कर : नलकूप बंद पड़े रहने की दूसरी बड़ी वजह के रूप में पंप ऑपरेटर की कमी सामने आयी. इसे दूर करने के लिए नलकूपों पर मौसमी वर्कर तैनात करने का निर्णय लिया गया है.