रणजी ट्रॉफी : 17 साल बाद रणजी ट्रॉफी खेल रही बिहार की टीम 60 रनों पर सिमटी
देहरादून / पटना : रणजी ट्रॉफी का मैच 17 सालों बाद खेलने उतरी बिहार की टीम 60 रनों पर ही ढेर हो गयी. उत्तराखंड ने टॉस जीतने के बाद पहले फिल्डिंग का फैसला किया. बिहार की टीम लंच के पहले ही मात्र 60 रन बनाकर पैवेलियन लौट गयी. बिहार की टीम शुरुआती झटकों से ही […]
देहरादून / पटना : रणजी ट्रॉफी का मैच 17 सालों बाद खेलने उतरी बिहार की टीम 60 रनों पर ही ढेर हो गयी. उत्तराखंड ने टॉस जीतने के बाद पहले फिल्डिंग का फैसला किया. बिहार की टीम लंच के पहले ही मात्र 60 रन बनाकर पैवेलियन लौट गयी. बिहार की टीम शुरुआती झटकों से ही उबर नहीं सकी और होम ग्राउंड पर खेल रहे उत्तराखंड के खिलाड़ियों की स्विंग के आगे ढेर हो गयी. उत्तराखंड के गेंदबाज दीपक धपोला ने घातक गेंदबाजी की. उन्होंने छह विकेट चटकाये. बिहार के कई खिलाड़ी दहाई अंक के आंकड़े को भी नहीं छू सके.
बिहार के पहले दो विकेट शून्य के स्कोर पर ही गिर गये. उसके बाद बिहार की टीम उबर नहीं सकी और तीसरा विकेट 13, चौथा विकेट 24, पांचवा विकेट 28, छठा विकेट 36, सातवां विकेट 39, आठवां विकेट 47, नौवां विकेट 52 गिरा. इसके बाद पूरी टीम 60 रनों पर ढेर हो गयी.
बिहार की ओर से विवेक मोहन ने सर्वाधिक 13 रन बनाये. वहीं, केशव कुमार ने 11 और आशुतोष अमन ने 10 रनों का योगदान किया. इनके अलावा कोई भी खिलाड़ी दहाई के अंक को नहीं छू सके.
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले माह दिये गये फैसले के बाद रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला है. इसके बाद बिहार की टीम का रणजी और दूसरे अन्य घरेलू क्रिकेट मैच खेलने का रास्ता भी साफ हो गया है. इससे पहले विजय हजारे ट्रॉफी में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मुंबई की टीम ने बिहार की टीम को नौ विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था. उससमय भी बिहार की टीम मुंबई के मजबूत आक्रमण के आगे 28.2 ओवरों में 69 रन बना कर ढेर हो गयी थी.