महागठबंधन में बड़ा सवाल, दल बढ़े तो कौन देगा सीटों की कुर्बानी, उपेंद्र के लिए कांग्रेस नहीं छोड़ेगी अपनी सीट
सुमित कुमार -एनडीए का मुकाबला करने के लिए तैयार हो रहे गठबंधन में शामिल दलों ने राजद की मुश्किलें बढ़ायीं, ज्यादा सीटों की मांग पटना : 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए का मुकाबला करने के लिए तैयार हो रहे गठबंधन में शामिल दलों ने राजद की मुश्किल बढ़ा रखी है. एनडीए के सीट बंटवारे […]
सुमित कुमार
-एनडीए का मुकाबला करने के लिए तैयार हो रहे गठबंधन में शामिल दलों ने राजद की मुश्किलें बढ़ायीं, ज्यादा सीटों की मांग
पटना : 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए का मुकाबला करने के लिए तैयार हो रहे गठबंधन में शामिल दलों ने राजद की मुश्किल बढ़ा रखी है. एनडीए के सीट बंटवारे में भाजपा की कुर्बानी के बाद एक ओर जहां कांग्रेस गठबंधन के लिए राजद से कुर्बानी मांग रही है.
वहीं हम, लोजद और वाम दल जैसी पार्टियों की अधिक सीटों की मांग ने अलग परेशानी खड़ी कर दी है. फिलहाल मामला उपेंद्र कुशवाहा और पप्पू यादव पर अटका है. उपेंद्र को लेकर इस गठबंधन में सवाल है, जबकि पप्पू यादव को लेकर तो पूरा बवाल है.
उपेंद्र के लिए कांग्रेस नहीं छोड़ेगी अपनी सीट
राजद गठबंधन में आधा दर्जन से अधिक दलों के बीच सीटों को लेकर मारामारी है. इनके बीच उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा को भी आमंत्रित किया जा रहा है. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि उपेंद्र महागठबंधन में आएं तो उनका स्वागत होगा, लेकिन अंदरूनी तौर पर पार्टी उनके लिए अपने कोटे की सीटें नहीं छोड़ना चाहती.
रालोसपा के महागठबंधन में शामिल होने पर छोटे-छोटे दलों के टिकटों की संख्या भी घटेगी, जो उनको मंजूर नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए गठबंधन में सीट को लेकर असमंजस बरकरार रखते हुए तमाम संभावनाएं खुली रखी हैं.
गठबंधन में उपेंद्र पर सवाल, पप्पू पर बवाल, को- ऑर्डिनेशन कमेटी के रास्ते हल निकालने की कोशिश
पप्पू यादव को लेकर राजद का वीटो
सांसद पप्पू यादव ने भी महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जतायी है, लेकिन उनको लेकर राजद का वीटो है. कुछ दिनों पहले तक चर्चा थी कि पप्पू यादव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने खुद भी महागठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया. लेकिन, राजद किसी भी सूरत में उनको अपने साथ रखने को तैयार नहीं है. पप्पू पिछली बार राजद के टिकट पर ही चुनाव लड़े थे, मगर जीतने के बाद बगावत कर अपनी अलग पार्टी बना ली. इसके बाद से लगातार उन्होंने राजद विरोधी गतिविधियां चलायीं. हालांकि, पप्पू ने साफ किया कि चुनाव में कांग्रेस या अन्य पार्टी को पप्पू यादव की आवश्यकता महसूस हुई तो सही, अन्यथा वह अकेले चुनाव लड़ने को तैयार हैं.
हर दल से एक या दो नेता होंगे कमेटी के सदस्य
अब सीटों का फैसला राजद गठबंधन में शामिल बड़े नेताओं की को-ऑर्डिनेशन कमेटी करेगी. हर दल से एक या दो नेता इस को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य होंगे, जो जिताऊ सीटों पर जिताऊ पार्टी व उम्मीदवार खड़े करने पर अंतिम निर्णय लेंगे. एक-दो दिनों में इनके नाम पर सहमति होते ही कमेटी के सदस्यों का एलान कर दिया जायेगा. इस बीच पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के लिए राजद 24 घंटे माला लेकर नहीं खड़ी है. हां, यह भी है कि हमारे दरवाजे भी बंद नहीं हैं. उपेंद्र कुशवाहा केवल अपने फायदे की राजनीति करते हैं.