मुंगेर : एके-47 मामले में फरार चल रहे मिर्जापुर बरदह निवासी मो. रिजवान को मुंगेर पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसने एके-47 मामले में अपनी संलिप्ता स्वीकार किया, लेकिन उसने कहा कि मो. शमशेर से उसने मात्र एक एके-47 हथियार खरीदा था और मुंगेर के ही एक व्यक्ति को 5.25 लाख में बेच दिया. उसके बताये उक्त व्यक्ति के घर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन वह घर से फरार था. शुक्रवार को गिरफ्तार रिजवान को जेल भेज दिया.
पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने बताया कि गिरफ्तार मो. शमशेर ने अपने स्वीकार किया था कि उसने साढ़े चार लाख में मो मंजर आलम उर्फ मंजी खान, मो. इरफान, मो. मुस्तकीम के साथ ही मो. रिजवान को भी हथियार बेचता था. बरदह गांव से अलग-अलग छापेमारी में 17 एके-47 एवं दो बार भारी मात्रा में एके-47 हथियार का पार्टस बरामद हुआ था. जिसमें मुफस्सिल थाना में मामला दर्ज हुआ और उसमें मो. रिजवान को भी नामजद किया गया. जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. जिसने पूछताछ में बताया कि उसने मो. शमशेर से एक एके-47 हथियार खरीदा था. जिसे उसने 5.25 लाख में मुंगेर के ही एक व्यक्ति के पास बेचा. जिसमें उसे 50 हजार रुपया मिला था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथ जाकर कई जगहों पर छापेमारी की. लेकिन कोई उपलब्धि नहीं मिली. उन्होंने बताया कि 30 मई 2015 को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरदह गांव में एक मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन पुलिस ने किया था. उस समय मो. शामी एवं मनोज मंडल को 9 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ भारी मात्रा में उपकरण बरामद हुआ था. जबकि मो. रिजवान फरार चल रहा था.
न्यायालय में उपस्थापन के बाद चारों भेजा गया जेल
मुंगेर पुलिस बुधवार की देर रात मध्य प्रदेश के जबलपुर सेंट्रल जेल से एके-47 मामले के मुख्य तस्कर सेना के सेवानिवृत जवान पुरुषोत्तम लाल रजक, पत्नी चंद्रवती देवी, पुत्र शिवेंद्र कुमार एवं सीओडी के सीनियर स्टोर कीपर सुरेंद्र ठाकुर को मुंगेर ले कर आयी. किसी कारणवश गुरुवार को उसका उपस्थापन मुंगेर व्यवहार न्यायालय में नहीं कराया जा सका. शुक्रवार को चारों को मुंगेर सदर अस्पताल में मेडिकल चेकअप कराया गया. जिसके बाद उसे न्यायालय में उपस्थापन कराया गया. लेकिन न्यायालय से सीधे चारों को मुंगेर मंडल कारा भेज दिया गया. संभावना व्यक्त किया जा रहा है कि शनिवार को न्यायालय से मुंगेर पुलिस को चारों को रिमांड पर लेने का आदेश प्राप्त हो सकता है.
50 से 60 एके-47 मुंगेर लाने की बात पुरुषोत्तम ने स्वीकारी
सेना से रिटायर्ड जवान पुरुषोत्तम लाल रजक आयुध कारखाना जबलपुर से एके-47 निकाल कर तस्करी कर मुंगेर के तस्करों को आपूर्ति कराता था. उसने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि उसने अब तक मुंगेर के मो. शमशेर, मो. इमरान को 50 से 60 एके-47 हथियार आपूर्ति किया है. मैंने गलती की है और इसके लिए मुझे न्यायालय से जो भी सजा मिलेगा वह मुझे मंजूर है. जबकि आयुध कारखाना के सीनियर स्टोर कीपर सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि उसका अपराध कोर्ट तय करेगा. इससे आगे मुझे कुछ नहीं कहना है.