धनतेरस पर पटना में होगी लगभग 680 करोड़ की धनवर्षा
पिछले साल से मार्केट में 15% का देखा जा रहा इजाफा, सूबे में करीब 1365 करोड़ की खरीदारी की उम्मीद सुबोध कुमार नंदन पटना : दीपावली से ठीक पहले धनतेरस पर लक्ष्मी की कृपा बाजार पर बरसनी तय सी लग रही है. ऑफर्स, छूट और नये आइटम्स से पटे बाजार लोगों को लुभाने के लिए […]
पिछले साल से मार्केट में 15% का देखा जा रहा इजाफा, सूबे में करीब 1365 करोड़ की खरीदारी की उम्मीद
सुबोध कुमार नंदन
पटना : दीपावली से ठीक पहले धनतेरस पर लक्ष्मी की कृपा बाजार पर बरसनी तय सी लग रही है. ऑफर्स, छूट और नये आइटम्स से पटे बाजार लोगों को लुभाने के लिए तैयार हैं. धनतेरस पर सूबे में लगभग 1365 करोड़ रुपये के कारोबार होने की उम्मीद है.
कारोबारियों के मुताबिक, सर्राफा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्राॅनिक्स, बर्तन समेत अन्य सेक्टर में खरीदारों की भीड़ उमड़ेगी. ऐसा माना जा रहा है कि अकेले पटना में कुल मिला कर ऐश्वर्य की देवी को प्रसन्न करने के लिए खरीदार बाजार पर लगभग 680 करोड़ रुपये तक की धनवर्षा कर सकते हैं. पिछले साल की तुलना में मार्केट में 10 से 15% का इजाफा देखा जा रहा है. पिछले साल धनतेरस के मौके पर सूबे लगभग 1260 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था. वहीं, पटना शहर और इसके आसपास में लगभग 650 करोड़ रुपये से अधिक की धनवर्षा हुई थी.
इस बार पटना जिले में 680 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है. सर्राफा बाजार में रेट हाई, लेकिन उम्मीदें पूरी इस बार सोने-चांदी के रेट में पिछले साल की तुलना में काफी उछाल है. पिछले साल जहां सोना 29,800 रुपये प्रति दस ग्राम था, वहीं इस बार रेट 31,500 रुपये प्रति ग्राम है. लगभग 1700 रुपये के अंतर से व्यापारी थोड़े परेशान हैं, लेकिन फिर भी उनको अच्छे बिजनेस की उम्मीद है.
कारोबारियों की मानें तो सूबे में लगभग 420 करोड़ रुपये का कारोबार होगा. पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि इस बार पटना 210 करोड़ रुपये से ज्यादा की कारोबार होने की की उम्मीद है, क्योंकि दीपावली के बाद कुछ दिन लगन शुरू होगा. जानकारों की मानें तो गहने की कुल बिक्री में सोने की हिस्सेदारी 70%, डायमंड की 20% और 10% हिस्सेदारी चांदी की होती है. टीबीजेड के प्रमुख अमन सर्राफ ने बताया कि इस बार धनतेरस पर सोने में 10-15% का इजाफा रहने की उम्मीद है, जबकि डायमंड में कोई खास बदलाव नजर नहीं अा रहा है.
इलेक्ट्रोनिक्स बाजार में 25 20% का ग्रोंथ का ग्रोंथ का अनुमान
इलेक्ट्रोनिक्स बाजार में इस बार 20 से 25 20% का ग्रोंथ का ग्रोथ रहने का अनुमान है. बड़ी स्क्रीन वाला टेलीविजन लोगों की पहली प्राथमिकता है.
इनमें 65 इंच वाली टीवी की मांग सबसे अधिक है. इसके अलावा रिमोट संचालित एसी, वाटर प्यूरीफायर, ऑटोमेटिक वाशिंग मशीन, बड़े साइज की फ्रीज लोगों की पहली पसंद है. पिछले साल इलेक्ट्रॉनिक बाजार में लगभग 330 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था. इस बार 355 से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है. आदित्य विजन के अनुज कुमार सिंह ने बताया कि धनतेरस पर पिछले साल की तुलना में बेहतर कारोबार होने की उम्मीद है. लोगों का वेतन हाथ में है. साथ ही फाइनेंस की सुविधा कंपनी दे रही है.
मोबाइल बाजार को धनतेरस से उम्मीद
स्मार्ट फोन बाजार का दायरा बढ़ा है. लेकिन खुदरा बाजार में गिरावट देखी जा रही है. अभी 15 से 35 हजार रुपये के स्मार्टफोन की मांग अधिक है. धनतेरस पर 50 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है.
लेकिन ऑल इंडिया मोबाइल डीलर एसोसिएशन के महासचिव सुजीत कुमार ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस मोबाइल का बाजार करीब 20% की गिरावट रहने की उम्मीद है. इसका मुख्य कारण ऑनलाइन से खरीदारी का बढ़ना. ग्राहकों को लुभाने के लिए शोरूम की ओर से आकर्षक ऑफर और छू दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन के कारण मोबाइल बाजार को काफी झटका लगा है.
रियल एस्टेट सेक्टर पर लक्ष्मी खुश नहीं
रियल एस्टेट सेक्टर के लिए धनतेरस पर लक्ष्मी खुश नजर नहीं दिख रही है. इस बार पिछले साल की तुलना में लगभग 50 करोड़ से नीचे ही रहने की उम्मीद है. पिछले साल 50 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था. क्रेडाई (बिहार चैप्टर) के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने बताया कि डिमांड है. लेकिन नक्शा पास नहीं होने के कारण नये प्रोजेक्ट की लांचिंग नहीं हो पा रही है. इस कारण नयी बुकिंग संभव नहीं है. उसके बाद रेरा का मामला अलग है.
बरतन खनकने की उम्मीद
धनतेरस के दिन छोटा हो या फिर बड़ा बरतन खरीदने का रिवाज है. बरतन के दाम बढ़ने से कारोबार 80 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है. सम्राट स्टील के प्रबंधक ने बताया कि इस बार स्टील के बरतन के दाम में 15% से अधिक का इजाफा हुआ है.
लेकिन परंपरा का भी निर्वाह करना जरूरी है. दुकानदारों की मानें तो बरतन बाजार में आम बरतनों की बजाय इलेक्ट्रॉनिक आइटम की मांग ज्यादा है.अपने किचन के लिए लोग अोवन और मॉड्युलर चिमनी की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं. बरतन व्यापारी शिव कुमार ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से तांबे और पीतल के बरतनों की डिमांड कम हुई है.
कार बाजार में 20% तक की गिरावट
मार्केट में सबसे ज्यादा कमाई का हिस्सा इस बार भी ऑटोमोबाइल सेक्टर का ही होगा. इस बार कार और बाइक 330 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है. जानकारों का कहना है कि अब तक की बुकिंग के हिसाब से पटना जिले में दस हजार बाइक और 2500 हजार से अधिक नयी कारें बिक सकती है. हालांकि इस बार कार बाजार में लगभग 20% से अधिक की गिरावट देखी जा रही है. किरण ऑटोमाेबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के नितीन कुमार ने बताया कि इसका मुख्य कारण रोड टैक्स का बढ़ना है.
टैक्स बचाने के लिए ग्राहक पड़ोसी राज्य झारखंड से कार खरीद रहे हैं. इससे कार शोरूम के प्रबंधक काफी निराश हैं. उन्होंने बताया कि पटना में पिछले साल लगभग तीन हजार गाड़ियां धनतेरस के मौके पर सड़क पर उतरी थीं. लेकिन इस बार 2500 के आसपास ही रहने की उम्मीद है. फिर भी धनतेरस को लेकर उत्साहित है.
बाइक बाजार में बूम 20% का ग्रोथ
इस बार बाइक बाजार में काफी उत्साह देखा जा रहा है. एक अनुमान के अनुसार लगभग दस हजार से बाइकें घरों पर पहुंचेंगी. देनी टीवीएस के प्रमुख अमरजीत सिंह ने बताया कि बाइक बाजार को देखते हुए लग रहा है कि इस धनतेरस पर लगभग दस हजार बाइक का आंकड़ा छू जायेगा. लगभग 60 -62 करोड़ रुपये का कारोबार होगा. इसमें एक चौथाई हिस्सा प्रीमियम बाइक का होगा.
स्कूटी भी पीछे नहीं रहेगा. पाटलिपुत्र हीरो के प्रबंधक अजय प्रधान ने बताया कि सोमवार को 400 से अधिक गाड़ियां बिकेंगी. धनतेरस के पूर्व 200 बिक चुकी हैं. जो कि पिछले साल की तुलना में 20% का ग्रोंथ देखा जा रहा है. इसका मुख्य कारण नवरात्र में लोगों ने खरीदारी न कर ऑफर का इंतजार कर रहे थे. वहीं, प्रेमा होंडा के प्रबंधक अमित कुमार के अनुसार 350 से अधिक बाइक और स्कूटी की बुकिंग हो चुकी है.