भूपेंद्र यादव से मिले चिराग पासवान, एनडीए में सीट शेयरिंग पर बातचीत की चर्चा

पटना/नयी दिल्ली : बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एनडीए में जारी सियासीअटकलों के बीच लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के पुत्र एवं सांसद चिराग पासवान ने आज भाजपा नेता भूपेंद्र यादवसे मुलाकात की. भूपेंद्र यादव भाजपा के बिहार प्रभारी है. ऐसे में चिराग पासवान की उनसे मुलाकात कई मायने में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2018 4:54 PM

पटना/नयी दिल्ली : बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एनडीए में जारी सियासीअटकलों के बीच लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के पुत्र एवं सांसद चिराग पासवान ने आज भाजपा नेता भूपेंद्र यादवसे मुलाकात की. भूपेंद्र यादव भाजपा के बिहार प्रभारी है. ऐसे में चिराग पासवान की उनसे मुलाकात कई मायने में अहम माना जा रहा है. दोनों प्रमुख नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान बिहार में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बातचीत की चर्चा है. रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए से किनारे होने की सियासी अटलकों के बीच चिराग पासवान का भूपेंद्र यादवकेसाथआज की मुलाकात चर्चा में है.

जानकारी के मुताबिक बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव सेमुलाकातके दौरान चिराग पासवान की ओर से एनडीए में सीट बंटवारे के मसले पर अपना पक्ष रखने की उम्मीद जतायी जा रही है. मालूम हो कि हाल ही में चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार सेभी मिल चुके है. नीतीश कुमार से मुलाकात के साथ ही चिराग पासवान ने रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए के प्लेटफॉर्म पर अपनी बात रखने की नसीहत दी. चिराग ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुशवाहा जदयू के खिलाफ गलत बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के विरुद्ध बाेलना कहीं से सही नहीं है.

वहीं, एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का मामला रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के अगले कदम पर निर्भर करनेको लेकर चर्चा गरमहै. जानकारी के अनुसार, उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए से नाता तोड़ने की स्थिति मेंएनडीए गठबंधन में जदयू, भाजपा और लोजपा के रूप में तीन ही घटक दल बचेंगे. ऐसी नौबत आने पर दो फॉर्मूला तय किये जाने की चर्चा है. पहला फॉर्मूला 18-18 और4 का, जबकि दूसरा 17-17 और छह का है. अब इनमें से कौन सा फॉर्मूला लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए जमीन पर उतारेगा यह लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान पर निर्भर करेगा. बताया जा है कि पासवान के समक्ष दो विकल्प हैं. यदि वे लोकसभा चुनाव न लड़ कर राज्यसभा जाना चाहे तो लोजपा के चार प्रत्याशी लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगे. अगर पासवान खुद भी लोकसभा चुनाव लड़ें तब उनके दल को कुल छह सीटें मिल सकती हैं. तब भाजपा औरजदयू में 17-17 सीटें बंटेंगी.

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