एनआईटी, पटना के आठवें दीक्षांत समारोह में बोले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, तकनीकी प्रगति से ही देश बनेगा विकसित

पटना : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज वही देश प्रगति कर रहे हैं, जो तकनीक को प्राथमिकता देते हैं. तकनीकी प्रगति से ही देश विकसित और शक्तिशाली बनेगा. हालांकि, हमारे देश ने भी तकनीकी के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनायी है. इस पहचान को अभी और बुलंद करना है. उन्होंने साफ किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2018 8:09 AM
पटना : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज वही देश प्रगति कर रहे हैं, जो तकनीक को प्राथमिकता देते हैं. तकनीकी प्रगति से ही देश विकसित और शक्तिशाली बनेगा. हालांकि, हमारे देश ने भी तकनीकी के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनायी है. इस पहचान को अभी और बुलंद करना है.
उन्होंने साफ किया कि इंजीनियरिंग के जरिये देश को हम काफी ऊपर ले जा सकते हैं. लिहाजा छात्र इस क्षेत्र में अपनी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. तकनीकी शिक्षा में बेटियों की भागीदारी बढ़ाने की भी जरूरत है. राष्ट्रपति श्री कोविंद गुरुवार को एनआईटी पटना के आठवें दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने 10 टॉपर्स को गोल्ड मेडल प्रदान किये. इनमें दो गोल्ड मेडल ओवर ऑल टॉपर्स को दिये गये हैं.
राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि कृषि और तकनीक को मिलकर काम करने की जरूरत है. तकनीकी क्षेत्र के लोग कृषि वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करें.
बिहार के संदर्भ में राष्ट्रपति ने कहा कि यहां के छात्रों में प्रतिभा की कमी नहीं है. आर्यभट ने जो पाई और गणितीय सूत्र दिये हैं, वे अविस्मरणीय हैं. एनआईटी पटना भी तकनीकी शिक्षा का उम्दा संस्थान है. यह जानकर खुशी होती है कि यह संस्थान 18 राज्यों के छात्रों का प्रतिनिधित्व कर रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसी संस्थान में पढ़े हैं.
तकनीकी संस्थाओं में बेटियों की कम संख्या चिंताजनक
राष्ट्रपति ने कहा कि तकनीकी संस्थाओं में बेटियों की भागीदारी काफी कम दिखती है, यह चिंता की बात है. छात्राें की तुलना में 13% ही छात्राएं हैं. गोल्ड मेडलिस्ट की सूची में सिर्फ एक छात्रा है, जबकि स्कूल से लेकर कॉलेज तक की शिक्षा में लड़कियां लगातार आगे बढ़ रही हैं. तकनीकी शिक्षा में इस आंकड़े में सुधार लाने की जरूरत है. एसी थॉमस जैसे लीडर की हमें जरूरत है.
कुरीतियाें को दूर करने के लिए शिक्षा ही एकमात्र उपाय : राज्यपाल
राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि आज वही देश ताकतवर हैं, जिनके पास शिक्षित मानव संपदा है. राष्ट्र के निर्माण और उसमें गति लाने में उनकी बड़ी भूमिका हो सकती है. विज्ञान की दुनिया में हम तेजी से बढ़ रहे हैं. समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए शिक्षा ही एकमात्र उपाय है. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री काफी बढ़िया काम कर रहे हैं. शिक्षा हो या आर्थिक जगत, राज्य में अच्छा काम हुआ है. उन्होंने छात्रों से कहा कि विद्यार्थियों के लिए यह उत्सव का दिन है.

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