पटना : उपेंद्र कुशवाहा का भाजपा को अल्टीमेटम- 30 तक सीट को लेकर करें फैसला

पटना : रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग पर निर्णय लेने के लिए भाजपा को 30 नवंबर तक अल्टीमेटम दिया है. इसके बाद वे फैसला लेने के लिए खुद स्वतंत्र होंगे. साथ ही नीतीश कुमार पर पार्टी तोड़ने सहित कई आरोप लगाये. पटना में शनिवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2018 7:54 AM
पटना : रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग पर निर्णय लेने के लिए भाजपा को 30 नवंबर तक अल्टीमेटम दिया है. इसके बाद वे फैसला लेने के लिए खुद स्वतंत्र होंगे. साथ ही नीतीश कुमार पर पार्टी तोड़ने सहित कई आरोप लगाये.
पटना में शनिवार को राज्य कार्यकारिणी, राष्ट्रीय पदाधिकारी व जिलाध्यक्षों की बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि भाजपा ने उनकी पार्टी को सम्मानजनक सीटें नहीं दीं.
न्होंने भाजपा को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि वह नवंबर के आखिर तक इस संबंध में फैसला लें. अब वे किसी भाजपा नेता से नहीं मिलेंगे. सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने का प्रयास होगा. उधर से कोई पहल आया तो ठीक नहीं तो हम पहल नहीं करेंगे. हम किसी के गुलाम नहीं हैं.
कुशवाहा ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव से हमारी बात हुई थी. उन्होंने जो प्रस्ताव दिया वह सम्मानजनक नहीं है. सीट शेयरिंग के मुद्दे पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से दो-दो बार मिलने की कोशिश की. समय मांगा पर नहीं मिली. हो सकता है कि वह व्यस्त हों.
इसलिए 30 नवंबर तक का समय दिया है. इससे पहले रालोसपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में दोनों विधायक सुधांशु शेखर व ललन पासवान नहीं पहुंचे. ज्ञात हो कि सांसद डॉ अरुण कुमार के रालोसपा से अलग होने के साथ ही विधायक ललन भी उनके साथ चले गये थे.
नीतीश पर लगाया आरोप
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आरोप लगाये. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेरे लिए नीच शब्द का इस्तेमाल किया.यह आपत्तिजनक है. इसके लिए वे सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगें. पार्टी टूट के संबंध में कहा कि नीतीश कुमार न जाने क्यों मुझे और मेरी पार्टी को बर्बाद करना चाहते हैं. उनके पास बहुमत होने के बावजूद तोड़फोड़ में लगे हैं.
विधायक को मंत्री बनाने का प्रलोभन दिया जा रहा है.जनता सब देख रही है. अपने सांसद रामकुमार शर्मा को दिखाकर कहा कि ये तो हमारे साथ हैं.उन्होंने इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि बिहार एनडीए के कई नेता नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री नहीं बनने देना चाहते हैं. मैं तो शुरू से इस बात को कह रहा हूं कि नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है.
28 नवंबर को मनेगा ऊंच-नीच विरोध दिवस
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य में समाज में समानता व समरसता के भावना को बल देने के लिए महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि 28 नवंबर को ऊंच-नीच मानसिकता विरोध दिवस के रूप में मनाया जायेगा.
शिक्षा व्यवस्था में सुधार को पार्टी का अभियान लगातार चल रहा है. 28 नवंबर को सभी जिला मुख्यालय पर शिक्षा सुधार, जन-जन का अधिकार अभियान चलेगा. इसके तहत लोगों से हस्ताक्षर लिया जायेगा. उन्होंने राज्य में गिरती कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किये. कहा कि पुलिस निहत्थे पर लाठी बरसा रही और अपराधियों को खुली छूट है.
मोदी, ललन, अभय ने उपेंद्र पर साधा निशाना
उपेंद्र कुशवाहा की कॉन्फ्रेंस के बाद कई नेताओं ने प्रतिक्रिया जाहिर की. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि 2014 में जनता ने एनडीए को भारी सफलता दिलायी. सभी घटक दलों ने मिलकर देश को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दी, लेकिन कुछ लोगों को अपने बारे में इतनी गलतफहमी हो गयी है. वे लगातार गठबंधन धर्म के विपरीत आचरण कर रहे हैं. एनडीए का शीर्ष नेतृत्व किसी के दबाव में नहीं, बल्कि बिहार की जमीनी हकीकत के आधार पर सीटों का सम्मानजनक बंटवारा करेगा.
खान व भूतत्व मंत्री विनोद कुमार सिंह व कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने भी कुशवाहा पर निशाना साधा. वहीं युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अभय कुशवाहा ने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा, कुशवाहा समाज का ठेकेदार न बनें. उनकी पहचान मुख्यमंत्री नीतीश की बदौलत है, नीतीश कुमार ने कुशवाहा को नेता प्रतिपक्ष बनाया और साथ ही राज्यसभा में भेजने का काम किया है. रालोसपा विधायक ललन पासवान ने नीतीश कुमार पर पार्टी तोड़ने के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि रालोसपा टूट के लिए उपेंद्र कुशवाहा स्वयं जिम्मेदार हैं.

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