एप्रोच रोड के लिए लगभग 406 एकड़ जमीन की आवश्यकता, अधिग्रहण की प्रक्रिया में आयी तेजी
पटना : गंगा नदी में सुल्तानगंज व अगुवानी घाट को जोड़नेवाले पुल के एप्रोच रोड निर्माण की बाधा दूर हो गयी है. एप्रोच रोड के निर्माण में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हुई है. जमीन अधिग्रहण के साथ ही एप्रोच रोड निर्माण का काम शुरू होगा. खगड़िया जिला साइड अगुवानी घाट की ओर 16 किलोमीटर व भागलपुर जिले के सुल्तानगंज साइड की ओर चार किलोमीटर एप्रोच रोड का निर्माण होना है.
एप्रोच रोड के लिए लगभग 406 एकड़ जमीन की आवश्यकता है. इसमें रैयती के अलावा सरकारी जमीन भी शामिल है. गंगा नदी में पुल निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. पुल में कुल 45 वेल का निर्माण होना है.
इसमें 34 वेल का निर्माण का काम पूरा हो चुका है. पुल के निर्माण पर लगभग 1710 करोड़ खर्च का अनुमान है. पुल निर्माण की खासियत है कि पुल से लोगों को डॉल्फिन देखने का आनंद मिलेगा. दिसंबर, 2019 तक पुल निर्माण का काम पूरा होने का लक्ष्य है. पुल का निर्माण एसपी सिंघला कर रही है.
पुल निर्माण का काम तेज : नदी में पुल निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. लगभग तीन किलोमीटर फोर लेन पुल में कुल 42 वेल में 34 वेल का काम पूरा हो चुका है. पुल में कुल 31 पाया में 10 पाया का निर्माण पूरा हो चुका है. पाया के ऊपर छह स्लैब डालने का काम हो चुका है.
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज
एप्रोच रोड के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लायी जारही है. अगुवानी की तरफ कुछ मौजा में जमीन अधिग्रहण को लेकर रैयती जमीन मालिकों ने मुआवजा राशि लेना शुरू कर दिया है. अगुवानी साइड में एप्रोच रोड के लिए 17 मौजों में लगभग 298 एकड़ जमीन की आवश्यकता है.
इसमें तीन एकड़ सरकारी जमीन है. सुल्तानगंज साइड में सात मौजा में लगभग सौ एकड़ जमीन की जरूरत है. इसमें लगभग नौ एकड़ जमीन सरकारी है.
पुल निर्माण निगम के सूत्र ने बताया कि सुल्तानगंज की तरफ जमीन की मुआवजा राशि अभी तक लोगों को नहीं मिली है. इस संबंध में 25 नवंबर तक बैठक कर जमीन अधिग्रहण करने को लेकर लोगों को मुआवजा राशि दिये जाने की पहल शुरू होगी.
होगी सहूलियत
जमीन अधिग्रहण की बाधा दूर हो गयी है. जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से कर एप्रोच रोड का निर्माण शुरू होगा. पुल तैयार होने से उत्तर व पूर्वी बिहार के लोगों के आवागमन में सहूलियत होगी.
नंद किशोर यादव, पथ निर्माण मंत्री