पटना : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य वशिष्ठ नारायण सिंह ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बेवजह सीसीटीवी कैमरा विवाद खड़ा करने का आरोप लगाया है. बुधवार को पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुये नेता विरोधी दल तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि नेता विरोधी दल के जीवन में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है. ऐसे मुद्दों को तूल दिया जा रहा है जिसका कोई मतलब नहीं है.
राजनीति के सिद्धांत और दृष्टि का पाठ पढ़ाते हुये वशिष्ठ नारायण ने कहा कि राजनीति तर्क और बहस से चलती है. इसमें उन मुद्दों को उठाने का कोई मतलब नहीं है जो आम जनता से संबंधित नहीं हैं. पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को सरकार का संरक्षण देने की बात को खारिज करते हुये कहा कि जिन लोगों ने कानून काे अपने हाथ में लेने का काम किया नीतीश सरकार उनके खिलाफ कठोर कदम उठाये. कानून का इतना भय है कि लोग सरेंडर कर रहे हैं. नीतीश शासन में न जाने कितने अपराधियों को बिहार से भगा दिया. सभी लोग कानून का पालन करने में बाध्य हो जायें जदयू इस बात में विश्वास करती है. सरकार उन लोगों के खिलाफ खड़ी होती है जो समाज को अस्त व्यस्त करने की कोशिश करते हैं.
वहीं, जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने उपेेंद्र कुशवाहा पर कोई बयान देने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और चिराग पासवान इतना बोल चुके हैं कि अब उनको बोलने की कोई जरूरत नहीं है.
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