गोवा की राज्यपाल ने ”भोर” के निर्देशक को किया सम्मानित, बिहार के मुसहर समाज की महिला के संघर्ष की गाथा है ”भोर”
पटना : गोवा कला संस्कृति निदेशालय और बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग संयुक्त रूप से गोवा के फोंडा में बिहार महोत्सव मनाया जा रहा है. बिहार महोत्सव की शुरुआत आज होगी, जो 24 तक चलेगी. इस मौके पर बिहार की मुसहर जाति की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘भोर’ के निर्देशक कामख्या नारायण सिंह […]
पटना : गोवा कला संस्कृति निदेशालय और बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग संयुक्त रूप से गोवा के फोंडा में बिहार महोत्सव मनाया जा रहा है. बिहार महोत्सव की शुरुआत आज होगी, जो 24 तक चलेगी. इस मौके पर बिहार की मुसहर जाति की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘भोर’ के निर्देशक कामख्या नारायण सिंह को गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया.
जानकारी के मुताबिक, गोवा कला संस्कृति निदेशालय और बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग संयुक्त रूप से बिहार महोत्सव मना रहा है. कार्यक्रम का उदघाटन गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा करेंगी. महोत्सव में बिहार की कला-संस्कृति को और करीब से जानने-समझने का मौका मिलेगा. मालूम हो कि नौ दिनों तक चलनेवाले 49वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 65 से ज्यादा देशों में से हिंदी कैटेगरी में सिर्फ दो फिल्मों का चयन हुआ है. गोवा फिल्म फेस्टिवल में दिखायी जा रही ‘भोर’ की कहानी बिहार के मुसहर जाति की बुधनी नाम की लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है. बुधनी ने छोटे-छोटे संघर्ष कर सम्मान की जिंदगी जीना कैसे शुरू करती है, फिल्म में दिखाया गया है. बिहार की मुसहर जाति की महिला के संघर्ष के ताने-बाने पर बनी फिल्म ‘भोर’ में बिहार के मुसहर टोले के लोगों को ही बतौर कलाकार लिया गया है. फिल्म की 80 फीसदी शूटिंग भी बिहार के नालंदा जिले में हुई है.