पटना लौटी वत्सला, कहा- सात दिन बाद बात करने का मिला आश्वासन, डीएम ने कहा- कोर्ट का निर्णय मान्य

पटना / जमुई : जिलाधिकारी आवास परिसर में धरने पर बैठी वत्सला सिंह अधिकारियों के आश्वासन के बाद शुक्रवार की शाम पटना लौट आयीं. मालूम हो कि वत्सला सिंह पटना के पाटलिपुत्र स्थित एक बड़े बिजनेसमैन की बेटी हैं. जमुई परिसदन में गुरुवार की देर रात वत्सला को मनाने-समझाने के लिए अधिकारी पहुंचे. इस दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2018 8:31 AM

पटना / जमुई : जिलाधिकारी आवास परिसर में धरने पर बैठी वत्सला सिंह अधिकारियों के आश्वासन के बाद शुक्रवार की शाम पटना लौट आयीं. मालूम हो कि वत्सला सिंह पटना के पाटलिपुत्र स्थित एक बड़े बिजनेसमैन की बेटी हैं. जमुई परिसदन में गुरुवार की देर रात वत्सला को मनाने-समझाने के लिए अधिकारी पहुंचे. इस दौरान वत्सला सिंह के साथ उनके चाचा, मां, उनकी चचेरी बहन वंदना सहित मुंह बोला भाई योगश मौजूद थे. इस संबंध में योगेश बताया कि शाम होते ही अधिकारी उनलोगों पर दबाव बढ़ाने लगे. उन्हें जिलाधिकारी आवास से हटने का दबाव दिया जा रहा था.

योगेश ने बताया कि अपर समाहर्ता कुमार संजय के मोबाइल से जमुई के जिलाधिकारी सह वत्सला सिंह के पति से बात कराये जाने पर सात दिन के बाद मिल-बैठ कर बात करने के आश्वासन पर वत्सला सिंह धरने से उठ कर परिसदन पहुंची. शुक्रवार की सुबह अधिकारियों ने जमुई जिला छोड़ कर जाने को कहा. उसके बाद वे लोग पटना लौट आये. वहीं, इस संबंध में एडीएम कुमार संजय ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं किया गया है. वे लोग क्या कह रहे हैं, इस बाबत जानकारी नहीं है.

वहीं, वत्सला सिंह ने कहा कि धर्मेंद्र कुमार से मेरा सात जन्मों का रिश्ता है. मैं उनके बिना जिंदा नहीं रह सकती हूं. मैं उनकी धर्मपत्नी हूं, इसलिए मुझे मेरा अधिकार मिलना चाहिए. वहीं, इस बाबत जब जिलाधिकारी से बात की गयी, तो उन्होंने कहा कि उनलोगों से किसी तरह का वार्तालाप नहीं हुआ है. मामला अदालत में लंबित है. अदालत का जो भी निर्णय होगा, उसे वह मानने को तैयार हैं.

Next Article

Exit mobile version