पटना : बिहार में बिहटा स्थित आईआईटी, पटना में 47 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले इलेक्टॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंडमैनूफैक्चरिंग: मेडिकलइलेक्ट्रॉनिक्स हेतु इन्कूबेशन सेंटर के भवन निर्माण के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोई छात्र बिहार में पैसे के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 4 लाख तक ऋण 4 प्रतिशत के ब्याज पर लड़कों के लिए और 1 प्रतिशत ब्याज पर छात्राओं/दिब्यांगजनों के लिए सरकार उपलब्ध करा रही है. अभी तक 35078 आवेदन स्वीकृत कियेगये हैं जिसमें 1025 करोड़ की राशि सन्निहित है. 22247 छात्र-छात्राओं को 202 करोड़ रुपया वितरित किया जा चुका है.
भारत सरकार द्वारा स्वीकृत इस इन्कूबेशन सेंटर में 15 करोड़ की लागत से बिहार सरकार भवन निर्माण करा रही है. यहां पर मेडिकल संयंत्रों के निर्माण एवं आविष्कार पर शोध कार्य किया जायेगा. इसके साथहीसुशील मोदी ने बताया कि नयी स्टार्ट अप नीति 2016 के तहत सरकार ने 500 करोड़ कावेंचरकैपिटल फंड स्थापित किया है जिसमें तत्काल 50 करोड़ का प्रावधान किया गया है. स्टार्ट अप योजना का लाभ उठाने के लिए 5532 लोगों ने आवेदन किया था जिसमें 931 लोगों का चयन कर 17 विभिन्न इन्कूबेशन सेंटर के साथ संबद्ध किया गया है जिसमें अभी तक 47 स्टार्ट अप को 1 करोड़ 80 लाख रुपया अनुदान के रूप में उपलब्ध कराया गया है. सुशील मोदी ने आईआईटी के छात्रों से अपील किया कि वे नौकरी के पीछे भागने के बजाय चिकित्सा, कृषि एवं शिक्षा के क्षेत्र में स्टार्ट अप के माध्यम से नये-नये अनुसंधान करें.