पटना : लोकसभा चनाव को लेकर बिहार में सरगर्मी तेज है. आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है. विभिन्न राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इन सब के बीच सीटों का बंटवारा भी एक दिलचस्प किस्सा बना हुआ है. इसी क्रम में महागठबंधन के घटक दलों में सीट बंटवारे को लेकर अंतिम फैसले पर जारीअटकलों के बीच जदयू ने राजद पर तंज कसा है. जदयू ने चुटकी लेते हुए चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का नाम लिये बगैर महागठबंधन में सीट बंटवारे पर जेल से अंतिम निर्णय लिये जाने का आरोप लगाया है.
मीडिया रिपोर्ट में जदयू प्रवक्ता नीरज के हवाले से छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि महागठबंधन में राजद सुप्रिमो के सहमति के बीना सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला नहीं लिया जा सकता है. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, ‘महागठबंधन के नेता भले ही लाख सफाई दे दें या दावा कर लें, लेकिन हकीकत है कि होटवार जेल का ‘अपॉइंटमेंट’ मिलने के बाद ही सीट बंटवारे पर कोई अंतिम फैसला होगा. वैसे भी अध्यक्ष होटवार जेल में हैं और उनकी विरासत संभालने वाले दिल्ली कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. यही तो इनकी राजनीति है.’
दरअसल, राजद गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर पहल शुरू हो गयी है. गठबंधन में शामिल दलों ने सीट बंटवारे की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए को-ऑर्डिनेशन कमेटी गठित कर ली है. यह कमेटी ही सभी 40 लोकसभा सीटों की समीक्षा कर उसके आपस में बंटवारे का फैसला करेगी. इन सब के बीच राजद गठबंधन की समस्या उसमें शामिल आधा दर्जन से अधिक दल हैं. कांग्रेस सहित हम, लोजपा व वाम दलों को सीटों को लेकर बड़ा मुंह राजद को परेशान कर रहा है. एक तरफ एनडीए में भाजपा, जदयू व लोजपा को मिलने वाली सीटें लगभग साफ होने की वजह से अब उन पर उतारे जाने वाले उम्मीदवारों के नाम की चर्चाएं होनी शुरू हो गयी है. जबकि, राजद गठबंधन अभी सीटों के बंटवारे में ही उलझा पड़ा है.