पटना : केंद्रीय राज्य मंत्री और रालोसपा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की मुश्किलें उनके घर में ही लगातार बढ़ती जा रही हैं. पहले से ही नाराज चल रहे रालोसपा विधायक ललन पासवान ने अब खुलकर पार्टी प्रमुख के खिलाफ मोरचा खोलते हुए कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में अकेले बचे हैं और एक अकेले व्यक्ति की यह पार्टी नहीं हो सकती है. आज की तारीख में दोनों एमपी और तीनों विधायक उनके साथ नहीं हैं.
एनडीए के लिए म्यूजियम में रखने की वस्तु हो चुके है उपेंद्र कुशवाहा : ललन
सोमवार को शहर के निजी होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में विधायक ललन पासवान और उनके गुट के अन्य नेताओं ने कहा कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी में हमलोग पहले से हैं और आगे भी रहेंगे. यह पार्टी उनकी है और वे उपेंद्र कुशवाहा को अपना अध्यक्ष नहीं मानते हैं. विधायक ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए के लिए म्यूजियम में रखने की वस्तु हो चुके हैं.
… तो पहले केंद्रीय मंत्री के पद से देते इस्तीफा
ललन पासवान ने उपेंद्र कुशवाहा पर हमला तेज करते हुए आगे कहा, महाकवि दिनकर की रश्मिरथी कविता का ठीक से उन्होंने अध्ययन नहीं किया है. अगर दिनकर के बारे में ज्ञान होता, तो भाजपा को सलाम करने से पहले केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देते. इसके साथ ही ललन गुट ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव समेत 17 जिलों में जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदों पर नये लोगों के मनोनयन की घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि जहां तक एनडीए में रहने का सवाल है, तो वह पहले भी एनडीए में थे और आगे भी बने रहेंगे.