पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘नीच’ के बयान पर मचे सियासी हलचल के बीच आखिर उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. उन्होंने सफाई देते हुए स्पष्ट किया कि उन्होंने क्या कहा और क्या अर्थ निकाला गया. सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि ”टीवी वालों ने बदनाम करा दिया”.
जानकारी के मुताबिक, एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ‘नीच’ शब्द के इस्तेमाल पर किये जाने के बाद बिहार से लेकर केंद्र तक सियासी हलचल तेज हो गयी. एनडीए की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ‘नीच’ शब्द का इस्तेमाल मुख्यमंत्री द्वारा किये जाने को लेकर मोर्चा खोल दिया. वह लगातार माफी मांगने और सफाई देने की मांग रहे थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री आवास पर हुई जदयू विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने चुप्पी तोड़ते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एक निजी चैनल की ओर से उन्हें विकास पर चर्चा के लिए बुलाया था. कार्यक्रम में राजनीतिक चर्चा नहीं किये जाने की बात कही गयी थी. लेकिन, कार्यक्रम के दौरान सियासी सवाल पूछना शुरू कर दिया गया. मुख्यमंत्री से एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा था ”इतना नीचे बात को नहीं ले जाइए.” समझा जाता है कि कुशवाहा ने इस बयान में शामिल शब्द – ‘नीचे’ को खुद के लिए अपमान के तौर पर देखा. उन्होंने आरोप लगाया कि यह टिप्पणी उन्हें ‘नीच’ व्यक्ति कहने के समान थी. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने किसी राजनेता पर कोई टिप्पणी नहीं की थी. चैनल की साख पर सवाल उठाते हुए उन्होंने उक्त बातें कही थीं.
क्या संतुष्ट होंगे कुशवाहा? कहा था- कम-से-कम शब्द वापस ले लें
अब सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री द्वारा स्पष्टीकरण दिये जाने के बाद क्या उपेंद्र कुशवाहा संतुष्ट हो जायेंगे? मालूम हो कि बीते रविवार को उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि मुख्यमंत्री की बात से मुझे निजी रूप से तकलीफ पहुंची है. हमने उनसे माफी की बात नहीं कही है. मेरा इतना ही आग्रह है कि वे कम-से-कम अपने शब्द वापस ले लें.