बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र : विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित

11:08 AM : विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बार-बार आग्रह किये जाने के बावजूद हंगामा कर रहे विपक्ष के विधायकों द्वारा अपनी सीट पर नहीं बैठने पर सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. 11:07 AM :विधानसभा अध्यक्ष ने नियमावली के अनुकूल अपनी बात रखने का किया आग्रह. 11:06 AM :नेता प्रतिपक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2018 10:22 AM

11:08 AM : विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बार-बार आग्रह किये जाने के बावजूद हंगामा कर रहे विपक्ष के विधायकों द्वारा अपनी सीट पर नहीं बैठने पर सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.

11:07 AM :विधानसभा अध्यक्ष ने नियमावली के अनुकूल अपनी बात रखने का किया आग्रह.

11:06 AM :नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कानून व्यवस्था पर उठाये सवाल.

11:04 AM :विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल चलने देने का किया आग्रह.

11:00 AM :विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही शुरू.

RJD ने सदन में लाया कार्य स्थगन प्रस्ताव, कहा- प्रस्ताव नहीं मानने पर नहीं चलने देंगे सदन

पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन काफी हंगामेदार होने की संभावना है. सत्र के पहले दिन बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के उपस्थित नहीं हुए थे. हालांकि, विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी सदन में मौजूद थीं. राजद ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया है.

जानकारी के मुताबिक, राजद विधायक समीर महासेठ ने कहा है कि बिहार के बढ़ते अपराध को लेकर कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया गया है. सरकार यदि कार्य स्थगन के प्रस्ताव को नहीं मानती है तो सदन को चलने नहीं दिया जायेगा. वहीं, राजद नेता ललित यादव ने भी कहा है कि सरकार यदि प्रस्ताव को नहीं मानती है, तो सदन को नहीं चलने दिया जायेगा. इधर, विपक्षी नेता आलोक कुमार मेहता ने पूरे राज्य को सुखा घोषित किये जाने की मांग की है.

इससे पहले बिहार विधान परिषद में विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी ने कहा था कि सूबे में कानून व्यवस्था खराब है. हत्या, लूटपाट, महिलाओं के साथ छेड़खानी बदस्तूर जारी है. घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं. शेल्टर होम में बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. अपनी-अपनी समस्या को लेकर कई संगठन आंदोलनरत हैं. उनकी मांगों को सदन में उठाया जायेगा. मालूम हो कि आज राजकीय विधेयक पेश किये जाने हैं.

वहीं, सदन की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है किविपक्ष का कार्य स्थगन प्रस्ताव नियमाकुल होगा, तभी मान्य होगा. हालांकि, उन्होंने प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष को फैसला लेना है.

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