कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का जोरदार हंगामा, विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित
पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने एक बार फिर से हंगामा शुरू कर दिया. डिप्टी सीएम ने जैसे बोलना शुरू किया विपक्ष के सदस्य भड़क गये और हंगामा करने लगे. वहीं, भारी हंगामे के बीच बिहार विधानसभा में माल और सेवा कर […]
पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने एक बार फिर से हंगामा शुरू कर दिया. डिप्टी सीएम ने जैसे बोलना शुरू किया विपक्ष के सदस्य भड़क गये और हंगामा करने लगे. वहीं, भारी हंगामे के बीच बिहार विधानसभा में माल और सेवा कर बिल पेश किया गया. बिल सूबे के वित्त मंत्री सुशील मोदी ने पेश किया. हंगामे के बीच विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदस्यों को समझाने और शांत कराने की कोशिश की लेकिन विपक्षी दलों ने उनकी एक नहीं सुनी.
दरअसल, विधानसभा की दूसरी पाली की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद जैसे ही शुरू हुई. सभी विपक्षी सदस्य नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और अब्दुलबारी सिद्दीकी के नेतृत्व में खड़े हो गये और कार्यवाही स्थगित कर विधि-व्यवस्था के मसले पर राज्य सरकार को जवाब देने की मांग कर रहे थे. इसके बाद सभी विपक्षी सदस्य वेल में आ गये और सरकार विरोधी जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. सरकार के खिलाफ कई तरह के नारे सभी विपक्षी दल लगातार लगाये जा रहे थे. इनके निशाने पर मुख्य रूप से आज डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी रहे. सभी विपक्षी सदस्य निरंतर डिप्टी सीएम के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और इस दौरान उन पर कई तरह के आरोप लगाते रहे.
इस तमाम शोर-शराबे के बीच में डिप्टी सीएम सह वाणिज्य कर मंत्री ने बिहार माल और सेवा कर (संशोधित) विधेयक, 2018 को सदन के पटल पर रखते हुए इसे पास करवाया. जब भी वह बोलने के लिए खड़े होते, विपक्षी दलों का शोर और ज्यादा तेज हो जाता. इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि सदन में अव्यवस्था पैदा करके कोई बिल या विधेयक पास कराने का कोई मतलब नहीं है. सीतामढ़ी कांड और ट्रेजरी घोटाला जैसे बेहद अहम मसले पर सरकार मौन है. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है, यह बेहद खेदजनक स्थिति है.
इस तमाम हंगामा के बीच अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने विपक्षी दलों को समझाते हुए कहा कि आसान चाहता है कि तमाम विशेष मसलों पर गंभीरतापूर्वक विचार-विमर्श हो. इसके लिए सदन की कार्यवाही में निर्धारित नियम-कायदों का पालन करना चाहिए. अगर विपक्षी सदस्य सदन चलने दें, तो उनकी सभी समस्याओं पर आसानी से चर्चा हो सकती है. इतनी अव्यवस्था के बीच कार्यवाही नहीं चल सकती है. इस पर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि कार्य स्थगन प्रस्ताव विशेष परिस्थिति में ही लाया जाता है. शोर-शराबा शांत नहीं होता देख अध्यक्ष ने दूसरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
भारी हंगामा देख विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी. विधानसभाकी कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. इससे पहले जब मंगलवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कार्यवाही शुरू हुई राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल के विधायकों के हंगामा शुरू कर दिया था. जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी. विपक्षी दलों ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सदन में हंगामा करते हुए प्रस्ताव पेश किया था. प्रस्ताव नामंजूर होने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार सवालों से भाग रही है.