पटना : एप के साथ टोल फ्री नंबर पर भी दर्ज करें शिकायत
पटना : अभी तक नागरिक सुविधाओं से संबंधित शिकायतें दर्ज कराने के लिए शहरवासियों को अंचल से लेकर निगम मुख्यालय तक चक्कर लगाना पड़ता था, लेकिन अब शहरवासियों को नगरीय सुविधाओं को दर्ज कराने के लिए निगम दफ्तर आने की जरूरत नहीं है. शहरवासियों के लिए टॉल फ्री नंबर के साथ-साथ सिटी ऑफ पटना नामक […]
पटना : अभी तक नागरिक सुविधाओं से संबंधित शिकायतें दर्ज कराने के लिए शहरवासियों को अंचल से लेकर निगम मुख्यालय तक चक्कर लगाना पड़ता था, लेकिन अब शहरवासियों को नगरीय सुविधाओं को दर्ज कराने के लिए निगम दफ्तर आने की जरूरत नहीं है.
शहरवासियों के लिए टॉल फ्री नंबर के साथ-साथ सिटी ऑफ पटना नामक मोबाइल एप लांच किया गया है. इसके साथ ही फेसबुक पेज, ट्वीटर और यू-ट्यूब पर आईडी भी बनाया है, ताकि शहरवासी अपनी शिकायतें किसी भी प्लेटफॉर्म का उपयोग कर निगम प्रशासन तक पहुंचा सकें.
जानकारी के अनुसार शिकायत दर्ज होते ही निर्धारित समय सीमा में निष्पादन भी सुनिश्चित करना है. अन्यथा, संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की भी प्रावधान की गयी है. अब देखना यह है कि तकनीक से जुड़े निगम प्रशासन की ये पहल सिर्फ ऑनलाइन ही सिमट कर रह जायेगी या जमीनी स्तर पर भी कारगर सिद्ध होगी.
अपर नगर आयुक्त को निगरानी की जिम्मेदारी : शिकायतों का समय सीमा में समाधान हो रहा है या नहीं, इसकी निगरानी अपर नगर आयुक्त को दी गयी है. अपर नगर आयुक्त प्रतिदिन दर्ज शिकायतों से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर सप्ताह में एक दिन नगर आयुक्त को रिपोर्ट मुहैया करायेंगे.
एप में जीपीएस इंस्टॉल
सिटी ऑफ पटना मोबाइल एप को डाउनलोड करने के बाद रजिस्ट्रेशन करना होगा. रजिस्टर्ड व्यक्ति एप के पेज ओपन करेंगे तो बिगेन, रिपोर्ट्स व प्राइवेसी ऑप्शन आयेगा. इसमें बिगेन को फॉलो करना है.
बिगेन पर क्लिक करने पर जीपीएस ओपन होगा जिससे स्थान लोकेट करने के बाद शिकायत सबमिट करने पर संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के पास शिकायत पहुंच जायेगी. नियत समय में समाधान कर एप के जरिये ही संबंधित अधिकारी व कर्मचारी को अपडेट स्टेट्स अपलोड करनी है.
सेक्टर निरीक्षक तक मुहैया कराया गया स्मार्ट फोन
शहरवासियों की शिकायतें टॉल फ्री नंबर से आये या फिर मोबाइल एप व सोशल मीडिया के जरिये, शिकायत मिलते ही निष्पादन की प्रक्रिया शुरू कर देनी है.
इसको लेकर नगर आयुक्त के निर्देश पर मुख्य सफाई निरीक्षक, वार्ड सफाई निरीक्षक व सेक्टर पर्यवेक्षक तक को स्मार्ट फोन के साथ-साथ सिम कार्ड भी मुहैया कराया गया है, ताकि किसी स्तर पर शिकायतों के निष्पादन में कोताही नहीं बरती जाये.