बंद कमरे में शुरू हुई तेज प्रताप यादव के तलाक मामले की सुनवाई , …जानें एकांतवास में क्या-क्या किया?
पटना / मथुरा : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव द्वारा ऐश्वर्या के खिलाफ दायर तलाक की अर्जी पर गुरुवार को पहली सुनवाई बंद कमरे में शुरू हुई. इस संबंध में तेजप्रताप के अधिवक्ता ने तलाक की अर्जी वापस लिये जाने के संकेत दिये हैं. उन्होंने कहा है कि ‘मेरी […]
पटना / मथुरा : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव द्वारा ऐश्वर्या के खिलाफ दायर तलाक की अर्जी पर गुरुवार को पहली सुनवाई बंद कमरे में शुरू हुई. इस संबंध में तेजप्रताप के अधिवक्ता ने तलाक की अर्जी वापस लिये जाने के संकेत दिये हैं. उन्होंने कहा है कि ‘मेरी पूरी कोशिश है कि इस शादी को बचा लिया जाये.’ मालूम हो कि तेज प्रताप यादव और एश्वर्या की इसी साल 12 मई को काफी धूमधाम से शादी हुई थी.
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को तलाक की अपनी अर्जी वापस ले सकते हैं. तीन नवंबर को पटना के परिवार न्यायालय में दाखिल की गयी तलाक की अर्जी पर आज 29 नवंबर को पहली सुनवाई बंद कमरे में शुरू हुई. तेज प्रताप यादव के अधिवक्ता ने तेज प्रताप की हाजिरी अदालत में देने के समय ही संकेत देते हुए कहा कि ‘मेरी पूरी कोशिश है कि इस शादी को बचा लिया जाये.’ मालूम हो कि तेज प्रताप अपनी शादी के लिए परिवार और पार्टी के लोगों को जिम्मेदार बताते हुए कहा था कि राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें शादी के बंधन में फंसाया गया है.
एकांतवास के दौरान क्या-क्या किये तेजप्रताप
तेज प्रताप यादव शादी के महज छह माह बाद एक नवंबर को तलाक की अर्जी दाखिल की थी. उसके बाद से वह कुछ तीर्थस्थलों का भ्रमण करने के बाद अपने आधा दर्जन मित्रों की मंडली के साथ छह नवंबर को अचानक वृंदावन पहुंचे थे. ब्रज प्रवास के दौरान उन्होंने पूरा समय या तो एक गेस्ट हाउस में एकांतवास के रूप में बिताया, या फिर अलग-अलग तीर्थस्थल का भ्रमण करते रहे. लेकिन, मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाये रखी. बताया जाता है कि वह कुछ दिन गुप्त तौर पर गौड़ीय आश्रम में भी रहे. इस बीच, उन्होंने ऑटो रिक्शा में बैठकर गिरिराज पर्वत की परिक्रमा भी की. ब्रज चौरासी कोस की यात्रा में आनेवाले चारों धाम के दर्शन किये. वृंदावन में यमुना में नौका विहार किया. टटियास्थल के दर्शन किये. बरसाना में राधारानी के मंदिर में भी दर्शन किये. इस दौरान उन्होंने बिहार वन गौशाला में गायों के साथ समय बिताया. चमेली वन, वृंदादेवी, नंदभवन, गहवर वन, प्रिया कुंड, वृषभान कुंड, कीर्तिकुंड, सूर्यकुंड, अष्टसखी कुंड, खेलवन, गोकुल, महावन, दाऊजी आदि के दर्शन किये. वृंदावन में उनके स्थानीय मित्र लक्ष्मण प्रसाद के अनुसार बुधवार को वह शेरगढ़ क्षेत्र में विहार वन होते हुए एक्सप्रेस-वे से दिल्ली की ओर निकल गये. तेजप्रताप के मित्र ने उम्मीद जतायी कि वहां मामले की पैरवी के बाद वह अपने राजनीतिक जीवन में लौट जायेंगे और पूर्ववत सभी जिम्मेदारियों को निभाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने यह भी संभावना जतायी कि वह बिहार विधानसभा के शीतसत्र में भी भाग लेंगे और क्षेत्रीय जनता के हितों के मुद्दे उठाते हुए नजर आ सकते हैं.