पटना :बिहारकी राजधानी पटना की एक अदालत ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की तलाक याचिका की सुनवाई गुरुवार को आठ जनवरी तक स्थगित कर दी. दिल्ली से आये वकील अमित खेमका की अगुवाई में तेज प्रताप के वकीलों की टीम के अनुरोध पर जज उमा शंकर द्विवेदी ने उक्त आदेश पारित किया. मामले की सुनवाई शुरू होने से कुछ मिनट पहले अदालत पहुंचे तेज प्रताप से उनके द्वारा अर्जी वापस लिए जाने की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इससे इन्कार किया और कहा, ‘‘मैंने जो (तलाक) अर्जी दायर की है, उस पर मैं अडिग हूं और हम अपनी लड़ाई लड़ेंगे.’
पिछले महीने के अंत में तलाक की याचिका दायर करने के बाद से पटना से दूर रहे तेज प्रताप बुधवार को पटना पहुंचे, पर वह अपने घर नहीं गये और न ही अपने किसी परिजन से मुलाकात की. इससे पहले, पत्रकारों के सवालों के जवाब में खेमका ने कहा कि वह इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे और इस मुकदमे के बारे में मीडियाकर्मियों से कुछ भी साझा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि यह शादी से जुड़ा मामला है न कि कोई राजनीतिक मामला. दोनों युवा हैं और उनकी जिंदगी का सवाल है चाहे वे किसी भी राजनीतिक घराने से हों.
यह पूछे जाने पर कि क्या आप चाहेंगे कि दोनों के बीच सुलह हो जाए, खेमका ने कहा कि उनके हित में जो भी अच्छा से अच्छा होगा उसके लिए हम लोग जरूर प्रयत्न करेंगे. तेज प्रताप ने इसी साल मई महीने में राजद विधायक चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय से शादी की थी. वहीं, जानकारी के मुताबिक तेज प्रताप के तलाक मामले पर सुनवाईकेदौरान आज कोर्ट ने ऐश्वर्या को नोटिस जारी कियाहै.
गौर हो कितेजप्रताप यादव ने दो नवंबर को अपनी पत्नी को तलाक देने के लिए अदालत में अर्जी लगायी थीऔरतभी से वे प्रवास पर हैं. तेज प्रताप के इस फैसलेके बाद से लालू परिवार में हड़कंप मच गया. हालांकि, तेज प्रतापकरीब 27 दिन बाद आज पटना पहुंचे और उनका लुक काफी बदला-बदला सा दिख रहा था. जानकारी के मुताबिक भारी सुरक्षा के बीच अपने समर्थकों के साथ कोर्ट पहुंचे तेज प्रताप करीब 15 मिनट तक कोर्ट में रहे. बता दें कि तलाक की अर्जी देते हुए तेज प्रताप ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं.