पटना : उत्तर बिहार के शीर्ष माओवादी नेताओं में शामिल मुसाफिर सहनी और अनिल राम की संपत्तियों और कारों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब्त कर लिया है. बताया जाता है कि अभियुक्तों ने मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले में संपत्ति अर्जित की है. ईडी ने यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की है.
Enforcement Directorate (ED) seized properties & cars of alleged naxal Musafir Sahni & Anil Ram in north Bihar. The accused has properties in Muzaffarpur and Vaishali district. Case under Prevention of Money Laundering Act (PMLA) registered against them. pic.twitter.com/wAWyniFnqY
— ANI (@ANI) December 1, 2018
उत्तर बिहार में कथित नक्सल मुसाफिर सहनी और अनिल राम के खिलाफ ईडी को मनी लाउंड्रिंग के अहम सबूत मिले थे. बताया जाता है कि शीर्ष माओवादी नेताओं ने लेवी और अन्य तरीकों से आमदनी के जरिये काफी अवैध संपत्ति जमा कर रखी है. उत्तर बिहार में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्टों से लेवी लेकर इन्होंने अपनी पत्नी और अन्य परिजनों के नाम पर संपत्ति हासिल की है. मालूम हो कि ईडी ने सूबे के तीन नक्सलियों हार्डकोर संदीप यादव, प्रदुमन शर्मा और विनय यादव उर्फ कमलजी की संपत्ति जब्त कर चुकी है.
मुसाफिर सहनी उर्फ आनंद जी उर्फ आलोक उर्फ मलिक जी ने आंगनबाड़ी सेविका पत्नी चंदेश्वरी देवी और पुत्र बबलू सहनी उर्फ रोहित सहनी के आय के ज्ञात स्रोत से अधिक अचल संपत्ति रखने के मामले में पूछताछ कर चुकी है. मुसाफिर सहनी वर्तमान में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की वैशाली-मुजफ्फरपुर उप क्षेत्रीय समिति का स्वयंभू एरिया कमांडर है. वह इससे पहले संगठन के बिहार-उत्तर प्रदेश सीमांत क्षेत्रीय समिति का सचिव भी रह चुका है. मुसाफिर सहनी पर रियल एस्टेट में भी निवेश करने का आरोप है. साथ ही मुसाफिर सहनी का स्थानीय विधायक के साथ भी संबंध होने की खबरें सामने आयी थीं. मुसाफिर सहनी का पुत्र रोहित सहनी भी भाकपा माओवादी के कोर सदस्य के रूप में काम कर रहा है. मुसाफिर सहनी और उसके पुत्र के खिलाफ हत्या, रंगदारी, डकैती और विभिन्न आपराधिक षड्यंत्र से जुड़े 20 से अधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, माओवादी संगठन के सब जोनल कमांडर अनिल राम का नाम मुजफ्फरपुर विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह हत्याकांड में आया था. मुजफ्फरपुर जिले के देवरिया थाने के लखनौरी निवासी अनिल राम की मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले में नक्सली गतिविधियों में संलिप्तता रही है. एनआईए के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अनिल राम की गिरफ्तारी के बाद उसके किराये के मकान से कारबाइन, कारतूस, 1.52 लाख नकद राशि, 7.41 लाख की लेवी रसीद, जमीन संबंधित कागजात और अन्य नक्सली सामग्री मिली थी.