पटना : पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में आचार संहिता के दौरान जदयू नेता प्रशांत किशोर का कुलपति रासबिहारी के आवास पर मुलाकात किये जाने के बाद भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. सोमवार की देर रात भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता नितिन नवीन के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने लालजी टंडन से मुलाकात की. भाजयुमो नेता ने राज्यपाल से पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराये जाने का अनुरोध किया. इसके बाद राज्यपाल लालजी टंडन ने पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति से जवाब तलब किया है.
जानकारी के मुताबिक, पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव को लेकर भाजपा-जदयू गठबंधन में दरार देखने को मिल रही है. भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता नितिन नवीन सोमवार की देर रात राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर छात्र संघ चुनाव में किसी का नाम लिये बिना कहा गया कि ‘एक दल’ दबाव बना रहा है. मालूम हो कि सोमवार की शाम को जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति रासबिहारी से मुलाकात की थी.
प्रशांत किशोर की गाड़ी पर छात्रों का फूटा गुस्सा, फेंका पत्थर
छात्र संघ चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार का काम सोमवार की शाम पांच बजे समाप्त हो गया. नियमों के मुताबिक, विश्वविद्यालय परिसर में आचार संहिता लगी हुई है. इसके अनुसार किसी भी राजनीतिक दल का कोई भी नेता विश्वविद्यालय परिसर में नहीं जा सकता है, लेकिन इन नियमों को दरकिनार करते हुए प्रशांत किशोर सोमवार शाम पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रासबिहारी सिंह से मिलने उनके आवास पर पहुंच गये. इस दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी के सलाहकार प्रोफेसर राम शंकर आर्य भी मौजूद थे. कुलपति से जदयू नेता प्रशांत किशोर की मुलाकात की सूचना मिलने पर छात्र आक्रोशित हो गये. कुलपति आवास से प्रशांत किशोर के बाहर निकलते ही उन्हें छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा. उनकी गाड़ी पर छात्रों ने पत्थर भी फेंका. प्रशांत किशोर की गाड़ी के शीशे टूट गये. इस दौरान धरने पर बैठे कुछ छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. इस संबंध में प्रशांत किशोर ने बताया कि वह अपने अंकल के साथ खाना खाने गये थे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लड़कों ने बौखलाहट में हंगामा खड़ा कर दिया. लोग बेवजह विवाद खड़ा कर रहे हैं और आरोपों को मुझसे जोड़ रहे हैं.