पटना : विकासशील इंसाफ पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने आगामी लोकसभा चुनाव में किसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए शर्त रख दी है. उनका कहना है कि वह किसी गठबंधन या पार्टी के साथ समझौता कर सकते हैं, लेकिन उन्हें छह सीटें चाहिए. यानी लोकसभा चुनाव में उन्हें जो छह सीटें देगा, उसके साथ ही वह समझौता करेंगे.
गुरुवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि वह अपनी शर्त से कोई समझौता नहीं करेंगे. चाहे किसी साथ कोई गठजोड़ हो या नहीं. अगर कहीं बात नहीं बनती है, तो उनका वीआईपी दल अपने बलबूते पर 40 में अधिकांश सीटों पर चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि राज्य में निषाद समाज की 21 उपजातियां हैं, जिनकी आबादी 14 फीसदी है. ऐसे में छह सीटों पर हक बनता है.
इसके अलावा 20 लोकसभा क्षेत्रों में निषाद आरक्षण रैली होने जा रही है. पहले चरण में 7 दिसंबर को सुपौल, 10 दिसंबर को बगहा, 12 को खगड़िया, 15 को भागलपुर और 17 दिसंबर को अररिया में रैली का आयोजन किया जायेगा. इसके बाद फरवरी में 15 अन्य लोकसभा क्षेत्रों में भी पार्टी रैली करेगी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में निषाद को एससी-एसटी के तहत आरक्षण मिल रहा है. सिर्फ बिहार में ही यह सुविधा नहीं है. हाल में शहर के गांधी मैदान में निषाद समाज की जो रैली हुई थी. उसमें इतनी भीड़ जुड़ी थी, जितनी किसी एक जाति की रैली में पिछले 71 साल में भीड़ नहीं जुटी थी.