RLSP अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्री पद से दिया इस्तीफा, एनडीए से अलग होने का भी आज कर सकते हैं एलान
नयी दिल्ली : सीट शेयरिंग को लेकर नाराज चल रहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार कोप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्रीय मंत्री के रूप में इस्तीफा भेज दिया है. बताया जाता है कि वह केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद एनडीए से अलग होने का भी एलान कर […]
नयी दिल्ली : सीट शेयरिंग को लेकर नाराज चल रहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार कोप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्रीय मंत्री के रूप में इस्तीफा भेज दिया है. बताया जाता है कि वह केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद एनडीए से अलग होने का भी एलान कर सकते हैं. इससे पहलेउपेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली में होनेवाली एनडीए सहयोगियों की बैठक में भाग नहीं लेने का एलान किया था. संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले उपेंद्र कुशवाहा सोमवार को भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए को छोड़ सकते हैं. उन्होंने सोमवार को दो बजे संवाददाता सम्मेलन भी बुलाया है. कयास लगाये जा रहे हैं कि वह संवाददाता सम्मेलन में एनडीए से अलग होने का एलान कर सकते हैं. उपेंद्र कुशवाहा के इस्तीफा दिये जाने के साथ ही बिहार में राजनीतिक समीकरणों के पुनर्मूल्यांकन की शुरुआत हो गयी है.
Sources: RLSP Chief Upendra Kushwaha resigns as Union Minister pic.twitter.com/1wKs7AXI3H
— ANI (@ANI) December 10, 2018
Upendra Kushwaha to ANI: I will not participate in the meeting of NDA allies today. (file pic) pic.twitter.com/mM8wdaW1Ff
— ANI (@ANI) December 10, 2018
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सत्तारूढ़ पार्टी के प्रमुख सहयोगी भाजपा के साथ-साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार कई सप्ताह से निशाना साधते रहे हैं. सीट शेयरिंग के मामले पर अगले साल होनेवाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दो से ज्यादा सीट नहीं दिये जाने पर कुशवाहा भाजपा से नाराज चल रहे हैं. वहीं, बिहार में जदयू और भाजपा बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति जता चुके हैं. रालोसपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ‘कुशवाहा आज भाजपा से अलग होने की घोषणा कर सकते हैं. वह केंद्रीय मंत्री का पद भी छोड़ देंगे.’ इधर, चर्चा है कि उपेंद्र कुशवाहा आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं. इसके बाद वह विपक्ष के साथ हाथ मिला सकते हैं. बिहार में राजद और कांग्रेस विपक्ष की मुख्य पार्टियां हैं.