पंडारक हत्याकांड मामले में नीतीश की याचिका पर अधूरी रही सुनवाई, 19 जनवरी को होगी अगली सुनवाई
पटना : वर्ष 1991 में बाढ़ लोकसभा उपचुनाव की वोटिंग के दौरान मुख्यमंत्री पर गोली मार कर हत्या कर दिये जाने का आरोप है. इस संबंध में मुख्यमंत्री ने हाईकोर्ट में हत्या के मामले को खारिज करने के लिए याचिका दाखिल की है. घटना को लेकर मृतक के भाई ने कहा था कि जब हम […]
पटना : वर्ष 1991 में बाढ़ लोकसभा उपचुनाव की वोटिंग के दौरान मुख्यमंत्री पर गोली मार कर हत्या कर दिये जाने का आरोप है. इस संबंध में मुख्यमंत्री ने हाईकोर्ट में हत्या के मामले को खारिज करने के लिए याचिका दाखिल की है. घटना को लेकर मृतक के भाई ने कहा था कि जब हम वोट देकर आ रहे थे, तभी नीतीश कुमार समर्थकों के साथ आये और पूछा कि वोट किसे दिया. हमने जब कांग्रेस का नाम लिया, तोउन्होंने मेरे भाई को गोली मार दी. मुख्यमंत्री का पक्ष सुनने के लिएजस्टिस ए अमानुल्लाह की एकल पीठ ने मामले की सुनवाई अगली तारीख 19 जनवरी तय कर दी.
क्या है मामला?
बाढ़ लोकसभा क्षेत्र में वर्ष 1991 में उपचुनाव की वोटिंग हो रही थी. उसी दिन वोट देकर आ रहे सीताराम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद सीताराम के भाई ने कहा था कि हम जब वोट देकर लौट रहे थे, तभी नीतीश कुमार समर्थकों के साथ हमारे पास आये और पूछा कि किसे वोट दिया. हमारे द्वारा कांग्रेस का नाम लिये जाने पर नीतीश ने मेरे भाई को गोली मार दी. घटना के बाद सीताराम के गांव के ही अशोक सिंह ने नीतीश और उनके साथियों पर हत्या का मामला दर्ज कराया.