पटना : गांधी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल को मंजूरी
पटना : केंद्र सरकार ने बिहार को एक और बड़े पुल का तोहफा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में आर्थिक मामले की कैबिनेट कमेटी ने पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल के निर्माण की स्वीकृति दी. यह 2015 में घोषित प्रधानमंत्री के […]
पटना : केंद्र सरकार ने बिहार को एक और बड़े पुल का तोहफा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में आर्थिक मामले की कैबिनेट कमेटी ने पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल के निर्माण की स्वीकृति दी.
यह 2015 में घोषित प्रधानमंत्री के बिहार पैकेज का हिस्सा है. इसके लिए राज्य सरकार पहले ही 115 एकड़ जमीन अधिगृहीत कर चुकी है.
वर्तमान महात्मा गांधी सेतु के 38 मीटर पश्चिम अपस्ट्रीम में ईपीसी मोड में नये पुल का निर्माण होगा. 5़ 634 किमी लंबे इस नये पुल के निर्माण पर 2926.42 करोड़
सभी गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन
रुपये खर्च होंगे. इसका निर्माण जनवरी, 2023 तक पूरा कर लिया जायेगा. केंद्रीय कैबिनेट की आर्थिक समिति की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली में यह जानकारी दी.
उत्तर और दक्षिण बिहार को जोने वाली यह मेगा परियोजना कुल साढ़े 14 किमी लंबी होगी. पुल पटना, सारण व वैशाली जिलों से गुजरेगी.
इसके निर्माण में चार अंडरपास, एक आरओबी, 1580 मीटर लंबा एक बाइडक्ट, 110 मीटर लंबा फ्लाईओवर, चार छोटे-छोटे पुल, पांच बस शेल्टर व 13 रोड जंक्शन बनाये जायेंगे. नये पुल के निर्माण होने के बाद गंगा नदी पर पटना में आठ लेन का दो पुल हो जायेंगे.
इनमें एक तरफ से जाने व दूसरी तरफ से आने की व्यवस्था होने से लोगों को राहत मिलेगी. लोगों को ट्रैफिक जाम से जुझना नहीं पड़ेगा.
गंगा पर यह 30वां पुल होगा
मई, 2014 से पहले इलाहाबाद से फरक्का तक गंगा नदी पर केवल 13 पुल थे. इसके बाद 20 और पुल या तो योजनाबद्ध हैं या निर्मित हो चुके हैं या निर्माणाधीन हैं.
इस प्रकार इलाहाबाद से फरक्का तक गंगा नदी पर कुल 33 पुल हो जायेंगे. 20 अतिरिक्त पुलाें में से पांच को पहले ही यातायात के लिए खोल दिया गया है, जबकि सात अन्य का निर्माण जारी है.
शेष आठ में चार का निर्माण फरक्का, साहिबगंज, मोकामा व फाफामाऊ में जल्द ही शुरू होने वाला है. पटना में बनने वाला यह पुल 30वां पुल होगा.
नेपाल तक होगा जुड़ाव
नये पुल के बनने से उत्तर बिहार, नेपाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर बंगाल जाने-आने में सहूलियत होगी. साथ ही सामाजिक, आर्थिक लाभ भी मिलेगा. नये पुल के निर्माण के दौरान लगभग 20़ 94 लाख दिन प्रत्यक्ष रोजगार सृजन होगा.
यह पुल प्रधानमंत्री पैकेज का हिस्सा है. केंद्रीय कैबिनेट से स्वीकृति मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरे बिहारवासियों की ओर से बधाई देते हैं. इसके निर्माण से उत्तर व दक्षिण बिहार को जोड़ने की मजबूत कड़ी होगी. इससे लोगों को सुविधा होगी.
-नंदकिशोर यादव, पथ निर्माण मंत्री
बिहार में गंगा पर अब होंगे 14 पुल
l बक्सर में वीर कुंवर सिंह पुल
l बबुरा-डोरीगंज पुल
l दीघा-सोनपुर जेपी सेतु
l जेपी सेतु की बगल में प्रस्तावित
l महात्मा गांधी सेतु
l गांधी सेतु के पास पुल (स्वीकृत)
l कच्ची दरगाह-बिदुपुर ( निर्माणाधीन)
l ताजपुर-बख्तियारपुर (निर्माणाधीन)
l मोकामा में राजेंद्र सेतु
l राजेंद्र सेतु के पास (निर्माणाधीन)
l मुंगेर में पुल
l भागलपुर में विक्रमशीला सेतु
l विक्रमशीला सेतु की बगल में (स्वीकृत)
l सुल्तानगंज-अगुवानी घाट के बीच पुल (निर्माणाधीन)