MP के CM कमलनाथ का बिहारियों पर दिये बयान के बाद सूबे में सियासत तेज, …जानें किसने क्या कहा?

पटना : मध्य प्रदेश के नये मुख्यमंत्री कमलनाथ का बिहार के लोगों को लेकर दिये गये बयान के बाद सूबे में सियासत तेज हो गयी है. कमलनाथ का बयान आने के बाद बिहार में एक ओर जहां कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों ने मुख्यमंत्री का बचाव करते दिखे, वहीं दूसरी ओर एनडीए के नेताओं ने बयान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2018 1:08 PM

पटना : मध्य प्रदेश के नये मुख्यमंत्री कमलनाथ का बिहार के लोगों को लेकर दिये गये बयान के बाद सूबे में सियासत तेज हो गयी है. कमलनाथ का बयान आने के बाद बिहार में एक ओर जहां कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों ने मुख्यमंत्री का बचाव करते दिखे, वहीं दूसरी ओर एनडीए के नेताओं ने बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस को आरोपों की झड़ी लगा दी.

जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के नये मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक्शन मोड में आते हुए बिहार के लोगों पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश के लोग बेरोजगार रह जाते हैं, क्योंकि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग नौकरियां ले जाते हैं. सीएम ने कहा कि वह निवेशकर्ता कंपनी को प्रोत्साहन तभी देंगे, जब कंपनी मध्य प्रदेश के 70 फीसदी लोगों को रोजगार दे. कमलनाथ का विवादित बयान आने के बाद बिहार में सियासत तेज हो गयी है.

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केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने कहा है कि ”देश मे जहर बोना, क्षेत्र, जाति और समुदाय के नाम पर देश को बांटनेवाली कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने देश मे फिर से जहर घोला. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का बिहार-उत्तर प्रदेश पर दिया गया बयान देश विरोधी है. वह तत्काल इस्तीफा दें तथा राहुल गांधी देश से माफी मांगे. अब देश में ये सब नहीं चलनेवाला.”

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘बिहार के लोगों पर कांग्रेस नेता कमलनाथ का बयान घोर निंदनीय है. सत्ता में आये अभी दो दिन ही हुए कि कांग्रेस पार्टी का अहंकार नजर आने लगा है. उनका मूल चरित्र खोल से बाहर आने लगा है. कांग्रेस ने सत्ता संभालते ही मध्यप्रदेश में क्षेत्रवाद का बीज बोना शुरू कर दिया.

भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि ‘कमलनाथ का उत्तर प्रदेश और बिहार विरोधी बयान कांग्रेस के विचारों को दोहराता है. ये विदेशियों के गुलाम ‘देश तोड़ो और राज करो’ के फार्मूले पर चल रहे हैं. बिहार एवं उत्तर प्रदेश इनको मुंहतोड़ जवाब देगा. राज ठाकरे की तरह क्षेत्रवाद और नफरत के बीजवाली घिनौनी राजनीति के लिए राहुल गांधी माफी मांगे.’

जदयू नेता प्रवक्ता संजय सिंह ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. ताज्जुब है कि राष्ट्रीय पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस के नेता क्षेत्रवाद को हवा दे रहे हैं. बिहारियों में प्रतिभा है, तभी देशभर में उनका डंका बज रहा है. कमलनाथ जी, बिहारियों को कोसने से बेहतर होगा कि आप अपने राज्य के युवाओं को बेहतर अवसर उपलब्ध कराएं. क्षेत्रवाद की गंदी राजनीति कांग्रेस के राष्ट्रवाद पर सवाल खड़ा कर रही है.’

भाजपा नेता संजय टाइगर ने कहा है कि ‘कमलनाथ का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. क्षेत्रवाद और जातिवाद के नाम पर देश को बांटने का काम किया जा रहा है. आज मध्य प्रदेश से आवाज उठा रहे हैं. कल दूसरा राज्य ऐसा बयान देगा. इससे देश के संघीय ढांचे पर असर पड़ेगा. कांग्रेस बांटने का काम करती है.’

राजद प्रवक्ता मृत्यंजय तिवारी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का बचाव करते हुए कहा कि ‘कमलनाथ ने ऐसी बात नहीं बोली होगी. बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग कहीं भी रह सकते हैं. उनके कहने का संदर्भ दूसरा होगा.’

जदयू नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि ‘पूरे देश में तनाव का माहौल बन रहा है. महाराष्ट्र में भी बन रहा है. गुजरात में दुष्कर्म को लेकर तनाव पैदा हो गया है.’

रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि ‘कमलनाथ का बयान मुनासिब नहीं है. बिहारी किसी पर बोझ नहीं हैं. बिहार के लोग जहां जाते हैं, वहां अपमानित होते हैं. फिर भी लोग जहां जाते हैं, वहां निर्माण में योगदान देते हैं.’

जदयू नेता अशोक चौधरी ने कहा है कि ‘देश बड़ा है. जाति-धर्म पर भेदभाव ठीक नहीं. आज मध्यप्रदेश बांटेगा, तो कल दूसरा राज्य ऐसा कहेगा. ऐसे में संघीय देश की परिकल्पना कैसे की जा सकती है.’

कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर का कहना है कि ‘कमलनाथ यह बयान मैंने नहीं सुना है. उनका संदर्भ अलग होगा. उन्होंने किसानों का कर्ज माफ करके बड़ा फैसला लिया है.’

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