पटना : अब रवींद्र चौक का नाम बदल कर अटल बिहारी चौक नहीं रखा जायेगा. बात सबसे पहले प्रभात खबर में छपने और अन्य स्तरों से हल्ला मचने के बाद नगर निगम अपने प्रस्ताव से पलट गया है. अब एक पार्षद के अनुशंसा का हवाला देकर मामले को रफा-दफा करने की बात की जा रही है.
इसको लेकर मंगलवार को मेयर सीता साहू व नगर आयुक्त अनुपम कुमार सुमन ने प्रेस कांफ्रेंस कर स्थिति स्पष्ट की. इस दौरान नगर आयुक्त ने कहा कि डाकबंगला चौराहे का नाम बदले का प्रस्ताव नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति में एक पार्षद की अनुशंसा पर लाया गया था. बाद में मामला अखबारों में आने के बाद निगम ने इसकी पड़ताल की. इसके बाद जानकारी सही पायी गयी कि डाकबंगला चौराहे का नाम पहले से कवि रवींद्र चौक है. एेसे में अब कोई नाम नहीं बदला जायेगा. गुरुवार को सशक्त स्थायी समिति की बैठक है.
रवींद्र चौक ही नहीं, नये नामों से भी नहीं बन पायी कई सड़कों व चौराहों की पहचान
पटना : आजादी से पहले अंग्रेज अफसरों के नाम पर रखे गये सड़कों व चौराहों के नामों को बदलने का प्रयास किया गया. इनके नाम देश के बड़े नेताओं, महापुरुषों या अन्य किसी भारतीय स्मृति के नाम पर रखे गये. लेकिन, नामांतरण के वर्षों बाद भी इनकी पहचान पुराने नामों से ही हो रही है. हाल ही में पटना नगर निगम की ओर से कवि गुरु रवींद्र नाथ टैगोर के नाम पर रखे गये रवींद्र चौराहा (डाकबंगला चौराहा) का नाम बदल कर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने का प्रस्ताव लाया गया. मामला यह है कि निगम के जनप्रतिनिधि या अधिकारियों को भी जानकारी ही नहीं थी कि उस चौराहे का नाम डाकबंगला नहीं होकर रवींद्र चौक है, जो काफी पहले बदला जा चुका है.
इन सड़कों के भी बदल चुके हैं नाम, लेकिन कम जानते हैं लोग : जानकारी के लिए बता दें कि एग्जीबिशन रोड का नाम ब्रज किशोर पथ है. उसी तरह बोरिंग रोड का नाम जय प्रकाश नारायण पथ है. हार्डिंग पार्क रोड का नाम क्रांति मार्ग है. सर्कुलर रोड का नाम कौटिल्य मार्ग है. गार्डिनर रोड का नाम वीरचंदपटेल पथ है. सर्पेंटाइन रोड का नाम दारोगा प्रसाद राय पथ है. हार्डिंग रोड का नाम अली इमाम पथ है. बिस्कोमान से जिलाधिकारी आवास जानेवाले मार्ग का नाम पीर अली खां मार्ग है.वार्ड 46 के पार्षद ने लाया था प्रस्ताव
नगर आयुक्त ने बताया कि वहां डाकबंगला में सन 1936 के मार्च में कवि रवींद्र नाथ ठहरे थे. संभवत: उसके बाद ही चौराहे का नाम बदला गया होगा. वहां पुराना शिलापट्ट भी लगा हुआ है, लेकिन अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. ऐसे में नगर निगम के वार्ड 46 के पार्षद विकास कुमार जो सशक्त स्थायी समिति के सदस्य भी हैं. उन्होंने इस एजेंडे को प्रस्तावित किया था. वहीं, नगर आयुक्त ने कहा कि नौवां एजेंडा जिसमें स्वर्गीय राम नारायण शास्त्री चौक से लेकर नागार्जुन चौक तक विकसित किये जा रहे पार्क का नाम अटल बिहारी पार्क रखना है.