सुपौल, समस्तीपुर व बक्सर में बांटने योग्य भूदान की एक हजार एकड़ जमीन मिली

पटना : राज्य में भूदान में मिली साढ़े छह लाख एकड़ जमीन की तलाश करने में अधिकारी लगे हैं. इसमें तीन जिलों सुपौल, समस्तीपुर व बक्सर में लगभग एक हजार एकड़ से ज्यादा भूदान की जमीन वितरण के लायक होने की जानकारी मिली है. भूदान जमीन वितरण जांच आयोग के सदस्य इस बात का पता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2018 7:54 AM
पटना : राज्य में भूदान में मिली साढ़े छह लाख एकड़ जमीन की तलाश करने में अधिकारी लगे हैं. इसमें तीन जिलों सुपौल, समस्तीपुर व बक्सर में लगभग एक हजार एकड़ से ज्यादा भूदान की जमीन वितरण के लायक होने की जानकारी मिली है.
भूदान जमीन वितरण जांच आयोग के सदस्य इस बात का पता लगा रहे हैं कि इन जिलों में यह जमीन कहां-कहां हैं.सबसे अधिक सुपौल जिले में 850 एकड़ जमीन इसके बाद समस्तीपुर जिले में 250 एकड़ व बक्सर जिले में 120 एकड़ भूदान की जमीन का पता चला है. इन तीन जिलों में ही भूदान की जमीन भूमिहीनों में वितरण की जाये तो 20 हजार भूमिहीन परिवारों को बसने के लिए जमीन मिल जायेगी. ज्ञात हो कि राज्य सरकार भूमिहीन परिवारों को पांच-पांच डिसमिल जमीन देने की घोषणा कर रखी है.
और जमीन की तलाश आयोग के सदस्य
भूदान की जमीन की तलाश के लिए जिलों का दौरा कर रहे हैं. मिलीजानकारी के अनुसार आयोग के सदस्य विनोद कुमार झा आरा, बक्सर, शेखपुरा, वैशाली, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल का दौरा कर चुके हैं.
20 दिसंबर को मुजफ्फरपुर जिले का दौरा करेंगे. जिलों में जाकर आयोग के सदस्य डीएम से लेकर जिले में भूदान समिति, राजस्व विभाग के अधिकारियों से भूदान की जमीन का ब्योरा उपलब्ध कराने को कह रहे हैं. इसमें भूदान की कितनी जमीन वितरित हुई. सही लोगों को जमीन मिली या नहीं, कितने लोगों के कब्जे में जमीन है , अभी और कितनी जमीन वितरण के योग्य बची है, इसकी जानकारी हर जिलों से ली जा रही है.
– कहां मिली कितनी जमीन
– सुपौल जिले में 850 एकड़
– समस्तीपुर जिले में 250 एकड़
– बक्सर जिले में 120 एकड़
छह लाख 48 हजार 591 एकड़ जमीन दान में प्राप्त
आचार्य विनोबा भावे द्वारा 1951 में चलाये गये भूदान अभियान आंदोलन में भूधारियों द्वारा छह लाख 48 हजार 5931 एकड़ जमीन दान में मिली थी. भूदान यज्ञ समिति द्वारा तीन लाख 37 हजार एकड़ जमीन वितरित की गयी. इसके अलावा तीन लाख 11 हजार एकड़ भूमि शेष है. इसमें कुछ एकड़ जमीन वितरण के योग्य है.

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