पटना : खाद्य की जांच के लिए 10 करोड़ में बनेगी प्रयोगशाला

स्वस्थ भारत यात्रा मेले में हुई घोषणा पटना : अब जल्द ही प्रदेश में खाद्य व दवा जांच की रिपोर्ट समय पर आ जायेगी. पटना सिटी स्थित अगमकुआं में संचालित प्रदेश की प्रयोगशाला (लेबोरेटरी) जहां पर सैंपल जांच का ज्यादा दबाव रहता है अब वहां का प्रेशर कुछ कम हो जायेगा. क्योंकि, राजधानी पटना में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2018 9:20 AM
स्वस्थ भारत यात्रा मेले में हुई घोषणा
पटना : अब जल्द ही प्रदेश में खाद्य व दवा जांच की रिपोर्ट समय पर आ जायेगी. पटना सिटी स्थित अगमकुआं में संचालित प्रदेश की प्रयोगशाला (लेबोरेटरी) जहां पर सैंपल जांच का ज्यादा दबाव रहता है अब वहां का प्रेशर कुछ कम हो जायेगा. क्योंकि, राजधानी पटना में ही 10 करोड़ के बजट से आधुनिक हाइटेक प्रयोगशाला बनने जा रही है. भारत सरकार व प्रदेश सरकार के आपसी सहयोग से यह लैब बनाने का फैसला लिया गया है.
अगले साल यानी 2019 तक लैब बन कर तैयार हो जायेगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने बजट जारी कर दिया है. यह कहना है केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे का. गांधी मैदान स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित स्वास्थ भारत यात्रा मेले में बतौर मुख्य अतिथि अश्विनी चौबे मौजूद थे.
16 वैज्ञानिकों के पैनल का गठन : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय खाद्य व मानक प्राधिकरण की स्थापना की गयी है. इसके तहत 16 वैज्ञानिकों की पैनल का गठन किया गया है. इनमें से कुछ वैज्ञानिक व टेक्नीशियन पटना आयेंगे और प्रस्तावित लैब का निरीक्षण कर उसको अंतिम रूप देंगे.
बिहार में 60 लाख कुपोषण के मरीज
कुपोषण के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि प्रदेश में 60 लाख ऐसे लोग हैं, जो कुपोषण की चपेट में हैं. इनमें सबसे अधिक बच्चों की संख्या है. आने वाले 2025 में कुपोषण, टीबी व कुष्ठ रोग मुक्त भारत बनाने का लक्ष्य रखा गया है. चौबे ने कहा कि प्रदेश में 15 से 49 साल की महिलाएं सबसे अधिक एनिमिया से ग्रसित हैं. 50 प्रतिशत महिलाएं, तो 22.7 प्रतिशत पुरुष एनिमिया की चपेट में हैं. लाइफ स्टाइल बदलने की जरूरत है.
अब प्लस एफ का निशान देख खरीदे दूध व तेल : स्वास्थ्य भारत यात्रा मेला कार्यक्रम के मौके पर तेल, नमक, दूध, आटा व चावल के नये प्रोडक्ट की लांचिंग की गयी. विशेष सचिव राधेश्याम साह ने कहा कि लांचिंग किये गये नये प्रोडक्ट में प्लस एफ का लोगो दिया गया है.
वहीं, कर्नाटक हिल्स ट्रस्ट के कृष्ण मुरारी ने कहा कि लांच किये गये सभी खाद्य सामग्री एफएफएसआइ से स्वीकृत हैं. खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश कश्यप ने कहा कि अब प्रदेश के सभी तेल व दूध कंपनियों को विटामिन ए व डी मिश्रित खाद्य सामग्री बेचें.

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