NDA में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर नाराज चल रहे चिराग पासवान ने नोटबंदी पर PM-FM से मांगा ब्योरा

पटना : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहारएनडीए मेंसीट बंटवारेके मुद्दे पर भाजपा से नाराज चल रहे लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के पुत्र एवं जमुई से सांसद चिराग पासवान ने पीएमनरेंद्र मोदी एवं वित्त मंत्री अरुण जेटलीको खत लिखकर नोटबंदी पर ब्योरा मांगा है. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवालेसे बताया जा रहाहैकि चिरागपासवान ने पीएम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2018 3:40 PM

पटना : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहारएनडीए मेंसीट बंटवारेके मुद्दे पर भाजपा से नाराज चल रहे लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के पुत्र एवं जमुई से सांसद चिराग पासवान ने पीएमनरेंद्र मोदी एवं वित्त मंत्री अरुण जेटलीको खत लिखकर नोटबंदी पर ब्योरा मांगा है. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवालेसे बताया जा रहाहैकि चिरागपासवान ने पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली से नोटबंदी के लाभ के बारे में जानकारी मांगी है.

इन सबके बीच, लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान के इस खत के सियासी मायनेतलाशे जाने लगे हैं.सियासीगलियारों में कयास लगाये जा रहे हैं कि लोजपा ने भी अब एनडीए को अलगहोने का निर्णय करलिया है. गौर हो कि इससे पहले चिराग पासवानने बुधवार को जहां एक ओर एनडीए को नाजुक दौर में बताकर भाजपा को अप्रत्यक्ष रूप से निशाने पर लिया था. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की जमकर तारीफ की. इतना ही नहीं उन्होंने राम मंदिर जैसे मुद्दों पर भी भाजपा को नसीहत दे डाली थी.

चिराग पासवान ने कहा था, राहुल गांधी में स्पष्ट तौर पर एक सकारात्मक बदलाव आया है. कांग्रेस को लंबे समय बाद जीत मिली है. आपको इसका श्रेय राहुल गांधी को देना होगा. अगर आप किसी की आलोचना करते हैं तो आपको बेहतर प्रदर्शन करने पर उसकी तारीफ भी करनी चाहिए. उन्होंने मुद्दे को बेहतर तरीके से उठाया. गौर हो कि2014के लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी सात सीटों की मांग पर अड़ी लोजपा ने बुधवार को 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में राजग के बीच सीट बंटवारे को आगामी 31 दिसंबर तक अंतिम रूप दिये जाने की मांग की.

इससे पहले चिराग ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था ‘टीडीपी व रालोसपा के एनडीए गठबंधन से जाने के बाद एनडीए गठबंधन नाजुक मोड़ से गुजर रहा है. ऐसे समय में भाजपा गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीके से दूर किया जाये. उन्होंने कहा था, गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुलाकात हुई, परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पायी है. इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है.

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