पटना : स्लम में आग, तीस झोंपड़ियां राख
पटना सिटी : मालसलसामी थाना क्षेत्र के गुरु के बाग शरीफागंज चमर टोली मुहल्ला की स्लम में रविवार की शाम लगभग सात बजे आग लग गयी. अगलगी की इस घटना में पंद्रह लाख रुपये से अधिक की संपत्ति के नुकसान की आशंका जतायी जा रही है. मौके पर पहुंची नौ फायर यूनिटों ने आग को […]
पटना सिटी : मालसलसामी थाना क्षेत्र के गुरु के बाग शरीफागंज चमर टोली मुहल्ला की स्लम में रविवार की शाम लगभग सात बजे आग लग गयी.
अगलगी की इस घटना में पंद्रह लाख रुपये से अधिक की संपत्ति के नुकसान की आशंका जतायी जा रही है. मौके पर पहुंची नौ फायर यूनिटों ने आग को बुझाया. इतना ही फायर ब्रिगेड की यूनिट के घटनास्थल पर देर से पहुंचने से नाराज लोगों ने पथराव किया. इससे पटना सिटी फायर स्टेशन की तीसरी यूनिट की गाड़ी का शीशा फूट गया.इसी बीच कंकड़बाग फायर स्टेशन से भी दो यूनिटें आग बुझाने के लिए पहुंचीं, जबकि पटना फायर स्टेशन से तीन व फुलवारीशरीफ से एक यूनिट आग काबू करने के लिए पहुंची. फायरकर्मियों को लगभग तीन घंटे से अधिक का समय आग बुझाने में लग गया.
हालांकि, अगलगी का कारण स्पष्ट नहीं है. एसडीओ राजेश रोशन व एएसपी बलिराम चौधरी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि खाना बनाने के दरम्यान गैस सिलिंडर के रिसाव होने से यह घटना घटी है. बस्ती के लोगों का कहना है कि आग की लपटों ने झोंपड़ी में रह रहे लोगों के अरमानों को राख कर दिया. अगलगी में लगभग पंद्रह लाख रुपये की संपत्ति राख हो गयी. स्लम बस्ती की इस आग में आसपास में बने मकानों को भी आंशिक नुकसान पहुंचाया है.
इतना ही नहीं चार से पांच बकरियां व एक गाय के झुलने की बात बस्ती के लोग कह रहे हैं. वहीं, आंशिक रूप से बस्ती के टुन्नू दास का बेटा भी झुलस गया है.मौके पर पहुंचे एसडीओ व एएसपी ने बताया कि स्लम बस्ती में पांच से छह दर्जन से अधिक झोंपड़ी बनी हुई हैं. अगलगी में दो दर्जन से भी अधिक झोंपड़ियां जल गयी हैं. पीड़ित परिवार को कटरा बाजार समिति परिसर में रखा गया है.
पीड़ित परिवार के बीच सूखा भोजन व प्लास्टिक उपलब्ध कराया गया है. बर्तन व कपड़ा के लिए राशि मुहैया करायी जायेगी. बस्ती के लोगों ने बताया कि सबसे पहले टुन्नू दास के यहां गैस रिसाव होने से आग लगी. इसके बाद धीरे-धीरे यह आग पास में बनी झोंपड़ियों में फैल गयी. स्थानीय लोगों ने बताया कि गोपाल दास, सोहन, मोहन, कल्लू समेत लगभग तीस झोंपड़ियों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया.