पटना : पीड़िता की रजिस्ट्रेशन पर्ची से हस्ताक्षर का हुआ मिलान

डॉ अमरकांत झा से बंद कमरे में डेढ़ घंटा पूछताछ पटना : छेड़खानी के आरोप में घिरे चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमरकांत झा अमर से पूछताछ को महिला थाने की पुलिस रविवार की शाम मखनियाकुआं स्थित उनके क्लिनिक पर पहुंची थी. बंद कमरे में डेढ़ घंटे तक पूछताछ हुई. इसके अलावा अस्पताल के कर्मचारियों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2018 9:52 AM
डॉ अमरकांत झा से बंद कमरे में डेढ़ घंटा पूछताछ
पटना : छेड़खानी के आरोप में घिरे चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमरकांत झा अमर से पूछताछ को महिला थाने की पुलिस रविवार की शाम मखनियाकुआं स्थित उनके क्लिनिक पर पहुंची थी. बंद कमरे में डेढ़ घंटे तक पूछताछ हुई. इसके अलावा अस्पताल के कर्मचारियों से भी पूछताछ की गयी. हालांकि, डॉक्टर अमरकांत अपने पूर्व के बयान पर ही कायम हैं. उनका कहना है कि पीड़िता का इलाज उन्होंने नहीं किया है. बल्कि, उनके क्लिनिक में मौजूद महिला डाॅक्टर ने इलाज किया है. महिला थाना प्रभारी स्मिता कुमारी का कहना है कि अभी जांच चल रही है. जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से करायी जायेगी जांच : मोतिहारी की रहने वाली जिस पीड़िता ने डॉक्टर अमरकांत झा पर छेड़खानी का आरोप लगाया है उसने दावा किया है कि वह 20 व 21 दिसंबर को डॉक्टर की क्लिनिक में इलाज कराने गयी थी. उसके शरीर पर सफेद दाग है.
इस दौरान पेट से कपड़ा हटा कर देखने के दौरान डॉक्टर ने दो बार प्राइवेट पार्ट को टच किया. इसके बाद इलाज कराने नहीं गयी. शनिवार को उसने कोतवाली में आवेदन दिया था. इसके बाद मामले को महिला थाने में ट्रांसफर किया गया. जांच में पहुंची महिला थानेदार ने पीड़िता के रजिस्ट्रेशन पर्ची पर मौजूद हस्ताक्षर का मिलान कराया है. रजिस्ट्रेशन करने वाले कंपाउंडर के हस्ताक्षर का नमूना लिया गया है. हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से इसकी जांच करायी जायेगी.
घटना के दिन ऑन नहीं थे सीसीटीवी कैमरे मामला संदिग्ध
पुलिस ने क्लिनिक पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है. पुलिस ने बाहर से लेकर ओटी तक के कैमरे का देखा है. जानकारी मिली है कि जिस दिन की घटना बतायी जा रही है, उस दिन कैमरा ऑन नहीं था.
मामला संदिग्ध लग रहा है. हालांकि, डॉक्टर ने आरोप को खारिज किया है और लगातार कह रहे हैं कि उन्होंने इलाज ही नहीं किया है, महिला डॉक्टर ने इलाज किया है. अब मुश्किल सबूत को लेकर है. अगर इस मामले में पुलिस को काेई सबूत मिलता है, तो आगे की कार्रवाई हो सकेगी नहीं तो मामला अब तक पुलिस के लिए संदिग्ध लग रहा है. पुलिस ने वहां के कर्मचारियों से भी पूछताछ की है. अब पीड़िता का 164 के तहत बयान कराया जायेगा.

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