लोकसभा चुनाव : काराकाट, मधेपुरा, गया और उजियारपुर जैसी पारंपरिक सीटें छोड़ सकता है राजद

सहयोगियों के लिए दिल बड़ा करेगा राष्ट्रीय जनता दल पटना : राजद 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ रहेगा. 2014 के लोकसभा चुनाव में विरोधी खेमे से मैदान में उतरने वाले कुछ उम्मीदवार इस बार महागठबंधन के घटक दलों के प्रत्याशी होंगे. महागठबंधन में बढ़ रही संख्या को देखते हुए राजद को अपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2018 8:49 AM
सहयोगियों के लिए दिल बड़ा करेगा राष्ट्रीय जनता दल
पटना : राजद 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ रहेगा. 2014 के लोकसभा चुनाव में विरोधी खेमे से मैदान में उतरने वाले कुछ उम्मीदवार इस बार महागठबंधन के घटक दलों के प्रत्याशी होंगे. महागठबंधन में बढ़ रही संख्या को देखते हुए राजद को अपनी कुछ परंपरागत सीटों का त्याग करना पड़ सकता है. इनमें मधेपुरा, काराकाट, झंझारपुर, पटना साहेब, मोतिहारी की सीटें प्रमुख हैं.
इस बार के चुनाव में महागठबंधन में कांग्रेस के अलावा एनडीए छोड़कर आने वाले उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा, जदयू छोड़कर नयी पार्टी बनाने वाले जीतन राम मांझी और शरद यादव के लिए सीटों की व्यवस्था करनी है. इसके अलावा लवली आनंद को भी महागठबंधन की कोई सीट दी जायेगी. साथ ही महागठबंधन के अंदर भाजपा से नाराज चल रहे सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और सांसद कीर्ति झा आजाद को भी लोकसभा की सीट दी जानी है.
ऐसी स्थिति में जानकार सूत्रों की मानें तो राजद अपनी परंपरागत काराकाट और उजियारपुर लोकसभा सीट रालोसपा के लिए छोड़ सकता है. राजद नेता कांति सिंह को इसके लिए मनाने की कोशिश की जा रही है. उपेंद्र कुशवाहा ने इस सीट के लिए पहले ही दावा कर दिया है. इसी तरह से उजियारपुर से राजद के प्रत्याशी आलोक मेहता फिलहाल विधायक हैं. इस सीट को भी राजद सहयोगी दल के उम्मीदवार को सौंप सकता है.
मोतिहारी संसदीय सीट भी छोड़ सकती है पार्टी
मोतिहारी संसदीय सीट भी राजद महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए छोड़ सकता है.यहां से लालू प्रसाद के खास माने जाने वाले विनोद श्रीवास्तव को शिकस्त मिली थी. राजद की परंपरागत सीट मानी जाने वाली मधेपुरा की सीट शरद यादव को मिल सकती है. यह संभावना जतायी जा रही है कि महागठबंधन के साथी बने वीआइपी के नेता मुकेश सहनी को मुजफ्फरपुर व मोतिहारी की सीट मिल सकती है.
इसी तरह से झंझारपुर की सीट भी सपा के प्रत्याशी देवेंद्र प्रसाद यादव को दी जा सकती है. पिछली बार देवेंद्र प्रसाद यादव जदयू के प्रत्याशी थे. इसी तरह से गया लोकसभा की सीट पर हम के नेता जीतन राम मांझी को मिलने की पूरी संभावना जतायी जा रही है. हालांकि, अब तक महागठबंधन में घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर नहीं लगी है.

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