म्यूजिक टीचर ने जहर खाकर दी अपनी जान

पटना: पाटलिपुत्र थाने के मैनपुरा इंदिरा नगर मकान संख्या 107 में रहनेवाले निजी स्कूल के शिक्षक राजीव कुमार (42) ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. जहर खाने के बाद उन्हें परिजन पीएमसीएच ले गये, लेकिन वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. खास बात यह है कि बिना पोस्टमार्टम कराये ही परिजन शव को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2014 9:10 AM

पटना: पाटलिपुत्र थाने के मैनपुरा इंदिरा नगर मकान संख्या 107 में रहनेवाले निजी स्कूल के शिक्षक राजीव कुमार (42) ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. जहर खाने के बाद उन्हें परिजन पीएमसीएच ले गये, लेकिन वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. खास बात यह है कि बिना पोस्टमार्टम कराये ही परिजन शव को लेकर चले आये. इस संबंध में स्थानीय पाटलिपुत्र पुलिस को जानकारी नहीं है.

पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष ने बताया कि उन्हें इस तरह की किसी घटना की जानकारी नहीं मिली है. राजीव सीडीए के रिटायर्ड सेक्शन ऑफिसर श्याम किशोर प्रसाद के पुत्र थे. वे तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे. उनके बड़े भाई संजीव कुमार इंजीनियर हैं और विदेश में भी नौकरी कर चुके हैं. फिलहाल वे अपने परिजनों के साथ पटना में ही रह रहे हैं. जबकि छोटा भाई बिहारशरीफ में एलआइसी में अधिकारी हैं. राजीव की शादी आठ साल पहले मनेर की मृदुला कुमारी से हुई थी. दोनों का कोई बेटा या बेटी नहीं है. शुक्रवार की शाम दिया घटना को अंजाम : मैनपुरा इंदिरा नगर में राजीव कुमार का अपना दोमंजिला मकान है. ग्राउंड फ्लोर में अपने कमरे में शुक्रवार की शाम को राजीव ने जहर खा लिया.

मुंह से झाग निकलते देख परिजन तुरंत ही टेंपो से पीएमसीएच इलाज कराने के लिए ले गये, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

छोटे भाई ने पुलिस पर लगाया आरोप

छोटे भाई निरंजन ने पुलिस प्रताड़ना से खुदकुशी करने का आरोप लगाते हुए बताया कि बड़े भाई नौकरी छोड़ कर एक साल से पटना में बैठे हैं और हमेशा माता-पिता को प्रताड़ित करते हैं और थाने में झूठा केस कर देते हैं. संजीव ने बीते दिनों मारपीट व चोरी करने का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया था. इस केस के अनुसंधानकर्ता हमेशा परेशान करते और पैसे मांगते थे. दो बार पांच-पांच सौ रुपये भी दिये गये थे. लेकिन वह और पैसे मांग रहा था. जबकि उसके पिता ने दो बार एसएसपी कार्यालय को संजीव के संबंध में शिकायत की थी, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी. पुलिस के कारण ही राजीव परेशान था.

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