पटना :चारा घोटाला में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव तेवर में दिखे. पिता लालू से मुलाकात कर अस्पताल से बाहर निकले बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने लालू के तबीयत को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि अगर लालू यादव स्वस्थ्य होते तो अस्पताल में नहीं होते. वे स्वस्थ्य नहीं है, लिहाजा उनकी चिंता बनी हुई है. पुत्र होने के कारण यी चिंता और भी बढ़ जाती है.
लालू से मुलाकात के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से जब पत्रकारों ने बिहार में महागठबंधन के सीट शेयरिंग का फॉर्म्युला जानना चाहा तो तेजस्वी ने सिरे से खारिज कर दिया. तेजस्वी ने कहा कि वह किसी कीमत पर सीट शेयरिंग के फॉर्म्युला को साझा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि कोई कितना भी फॉर्म्युला क्यों न बना ले मगर फैसला जनता को ही करना है. तेजस्वी ने कहा कि जनता जहां से जिसे स्वीकार करेगी उसे वहां से सीट दिया जायेगा. उन्होंने किसी भी फॉर्म्युले से इन्कार किया है. तेजस्वी ने कहा कि एनडीए से कई लोग अलग हो गये. मगर इस पर कोई चर्चा नहीं होती. वहीं, जब हम महागठबंधन में सब ठीक होने की बात करते हैं तब भी मीडिया कई तरह की सवाल करती है.
इसके साथ ही तेजस्वी ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि पूरे देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है. बीजेपी देश में नागपुरिया कानून थोपना चाहती है. देश की जनता अब एनडीए को नकार दिया है. जनता अब भाजपा से छुटकारा पाना चाहती है. वहीं, राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि राज्य कानून का राज समाप्त हो गया है. अपराधी बेलगाम हो गये हैं, मगर सरकार को इसके थोड़ी भी चिंता नहीं है. सरकार अपने कुर्सी के खेल में लगी हुई है.
वहीं, इससे पहले लालू से मुलाकात कर बाहर निकले रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम लालू जी का हालचाल जानने गये थें. हालांकि, इस दौरान राजनीतिक बातें भी हुई. हमारा एक ही लक्ष्य है कि बिहार और झारखंड में एनडीए का खाता नहीं खुलने देना है. सीट शेयरिंग को लेकर पूछे गये सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि सीटों के बंटवारे पर भी बात हुई है, लेकिन अभी इसका खुलासा नहीं किया जा सकता है. इसके लिए अलग से समय निर्धारित कर संयुक्त रूप से घोषणा की जायेगी. वहीं, मौके पर मौजूद निषाद संघ के नेता मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन में सभी के सम्मान को ध्यान में रखकर सीटों का बंटवारा होगा. सभी पार्टी मिल कर इस पर फैसला करेंगे. ज्ञात हो कि लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव भी लालू से मिलने रांची जाने वाले थे, लेकिन किसी वजह से वो नहीं जा सके.