पटना : पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और विधायक तेजप्रताप यादव के फुलवारी शरीफ इंस्पेक्टर कैसर आलम के साथ विवाद पर थाना में धरना के बाद पुलिस हरकत में आयी है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज होते ही मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. तेज प्रताप यादव का जनता दरबार अब रंग लाने लगा है. पूर्व मंत्री तेज प्रताप के जनता दरबार के फुलवारी शरीफ के महिला से जुड़ा विवाद ने इतना तूल पकड़ा की फुलवारी शरीफ थाना में मामला ही दर्ज नहीं हुआ बल्कि छापेमारी भी शुरू हो गयी. केस के अनुसंधान में तेजी लाने का जिम्मा अनुसंधान कर्ता परवेज आलम को दिया गया है. पुलिस ने हरेंद्र के पैतृक गांव चिलबिल्ली भी छापेमारी की.
इंस्पेक्टर कैसर आलम ने बताया कि टमटम पड़ाव की महिला के गायब होने के बाद गुमशुदगी का मामला उसके पति हरेंद्र ने दर्ज कराया था. लेकिन हरेंद्र के खिलाफ पत्नी सुषमा की हत्या करने का आरोप सुषमा के परिजनों ने लगाते हुए मामला दर्ज हुआ है और उन्होंने ने बताया कि पूरे मामले की जांच स्वयं डीएसपी रामाकांत कर रहे है.
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को राजद कार्यालय पटना में पूर्व मंत्री सह विधायक तेज प्रताप यादव के जनता दरबर में एक युवती फरियादी आयी और कही कि फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस ने मेरी बहन की हत्या के मामले में आवेदन नहीं ले रही है. इस की जानकारी प्राप्त करने के लिए तेज प्रताप यादव ने थानेदार को फोन करके बोला कि प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं हो रही है. इस बाबत तेज प्रताप यादव ने सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ थाने आ गये और धरना-प्रदर्शन करने लगे.