पटना: जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है. हर दिन व्यापारियों की हत्या हो रही है. ये हत्याएं सत्ता के संरक्षण में हो रही है. तभी तो मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर की हत्या के आरोपी पिंटू सिंह को भाजपा के लगभग सभी नेता सम्मानित करते हैं. जबकि, खुद एसपी ने समीर के हत्याकांड में पिंटू सिंह की संलिप्तता की बात कबूल की है. वहीं, दूसरी ओरव्यवसायी अखिलेश जायसवाल से जदयू विधायक पप्पू पांडे रंगदारी मांगते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों के निशाने पर लगातार व्यवसासी हैं, तभी तो गुंजन खेमका हत्याकांड के बाद भी बिहार में व्यवसायियों की हत्या का दौर जारी है.
पप्पू यादव ने ये बातें आज पटना के गर्दनीबाग में जन अधिकार पार्टी (लो) के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय भूख हड़ताल सह धरना को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि जब हमने गुंजन खेमका सहित बिहार में बिगड़ी विधि व्यवस्था की बात सदन में उठाई, तब गृहमंत्री ने उसे अनसुना कर दिया. जो साबित करता है कि न्याय के साथ विकास एनडीए सरकार के लिए जुमला ही है. सांसद ने क्राइम के मामले में डीजीपी के एस द्विवेदी के बयान के हवाले से कहा कि यह बिहार का दुर्भाग्य कि पुलिस के मुखिया कहते हैं कि पुलिस पदाधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं. वैसी स्थिति में आप कल्पना कर सकते हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की क्या हाल है.
सांसद ने तीन तलाक बिल को लेकर कहा कि जो लोग महिलाओं के उत्पीड़न में अव्वल हैं, वो आज उनके सम्मान की बात कर रहे हैं. आज देश में तलाक की घटनाओं का प्रतिशत 0.006 है, जबकि दहेज की घटनाओं का प्रतिशत 11.2 है और 21 प्रतिशत घटनाएं ऐसी हैं, जिनमें दहेज के नाम पर परिवारों को जेल भेजा गया है. इस पर इन लोगों को चिंता क्यों नहीं होती है. ये वही मी-टू वाले लोग हैं, जो आज तलाक और अन्य धार्मिक मुद्दों पर नफरत की राजनीति कर रह हैं. उन्होंने कहा कि निर्भया-दामिनी दुष्कर्म कांड के बाद से अब तक पुलिस के पास 1 लाख 64 हजार दुष्कर्म के केस दर्ज हुए हैं. इस पर इन नेताओं की चिंता क्यों नहीं होती है.