गोलीबारी की शिकार महिला के परिवार ने उसके गुर्दे दान किये, पूर्व विधायक की पत्नी भी गिरफ्तार

नयी दिल्ली : नववर्ष के समारोह के दौरान गोलीबारी की शिकार हुई महिला के परिवार ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए मृतका के गुर्दे दान कर दिये. जश्न के दौरान गंभीर रूप से घायल हुई महिला ने बृहस्पतिवार को दम तोड़ दिया. यहां दिल्ली में बिहार के पूर्व विधायक राजू सिंह के फार्म हाउस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2019 9:18 PM

नयी दिल्ली : नववर्ष के समारोह के दौरान गोलीबारी की शिकार हुई महिला के परिवार ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए मृतका के गुर्दे दान कर दिये. जश्न के दौरान गंभीर रूप से घायल हुई महिला ने बृहस्पतिवार को दम तोड़ दिया. यहां दिल्ली में बिहार के पूर्व विधायक राजू सिंह के फार्म हाउस पर नववर्ष के जश्न के दौरान की गयी गोलीबारी में महिला आर्किटेक्ट गोली लगने से घायल हो गयी थी.

पुलिस ने बताया कि सिंह और उसके ड्राइवर हरि को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. अर्चना गुप्ता (42) को वसंत कुंज में फोर्टिस अस्पताल में जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया था. 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात में उन्हें अस्पताल लाया गया था. अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, ‘‘बुधवार तक मरीज की हालत नाजुक बनी हुई थी और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था. चिकित्सकों की टीम के बहुत प्रयास के बावजूद मरीज की जान नहीं बचायी सकी और दो जनवरी को उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया.”

उन्होंने बताया, इसके बाद एक बड़े उद्देश्य की खातिर मृतका के अंगदान के प्रस्ताव पर उनके परिवार के साथ चर्चा हुई. विचार-विमर्श के बाद परिवार ‘‘उनके गुर्दे दान करने पर सहमत हो गया.” नोट्टो (राष्ट्रीय अंगदान एवं उत्तक प्रत्यारोपण संगठन) के अनुसार अगर किसी मरीज को ब्रेन डेड घोषित कर दिया जाता है तो अस्पताल अंगदान के लिये मृतक के परिवार से संपर्क कर सकता है. अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि नोट्टो के प्रोटोकॉल और दिशानिर्देशों के नियम एवं शर्तों के अनुसार अस्पताल को संभावित अंगदान के बारे में सरकारी संस्था को सूचित करना होता है, जिस पर संस्था यह फैसला करती है कि किस अंग को कौन से अस्पताल भेजना है.

अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘मौजूदा मामले में आवश्यक स्वीकृतियां मिलने और नोट्टो के अस्पतालवार सूची पर फैसले के बाद एक गुर्दा अपोलो अस्पताल भेज दिया गया और अन्य वसंत कुंज में फोर्टिस अस्पताल को दिया गया.” अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘‘गुप्ता को 31 दिसंबर-एक जनवरी की दरम्यानी रात में 12 बजकर 18 मिनट पर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था. उनकी हालत बहुत गंभीर थी. उनके परिवार ने दुख की इस घड़ी में भी बहुत साहस दिखाया और उनके गुर्दे को दान करने का फैसला किया. चूंकि यह एक चिकित्सकीय-कानूनी मामला है इसलिए दिल्ली पुलिस से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया गया.”

गुप्ता के पति ने पुलिस को अपनी शिकायत में कहा कि नये साल का जश्न मनाने के लिये वह अपने दोस्तों के साथ सोमवार रात फार्म हाउस आये थे. मध्यरात्रि के करीब राजू सिंह ने दो-तीन बार गोलियां दागीं. इसके तुरंत बाद उन्होंने देखा कि उनकी पत्नी नीचे गिर पड़ीं और उनके शरीर से खून बह रहा था. उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जिसने पुलिस को इस बारे में सूचित किया जिसके बाद चिकित्सकीय-कानूनी मामला दर्ज किया गया. वसंत कुंज में फोर्टिस अस्पताल की सुविधा निदेशक मंगला डेंबी ने कहा, ‘‘हम दानदाता के परिवार का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं जिन्होंने अंगदान के महत्व को समझा और अपूरणीय क्षति के बाद दुखद घड़ी में भी इस महानतम कार्य के लिये उन्हें प्रेरित करने वालों की सराहना करते हैं.”

पूर्व विधायककी पत्नी और दो अन्य गिरफ्तार
पुलिस ने इस सिलसिले में बिहार के पूर्व विधायक राजू सिंह, उनकी पत्नी और दो अन्य को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. उसने बताया कि पूर्व विधायक और उसका चालक हरि सिंह घटना के बाद दिल्ली से भाग गये थे जिन्हें बृहस्पतिवार को उत्तरप्रदेश के गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि राजू सिंह की पत्नी रेनू सिंह और पूर्व विधायक के साथ काम करने वाले रमिंदर सिंह को कथित तौर पर साक्ष्य मिटाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. रेनू सिंह बिहार विधान परिषद की पूर्व सदस्य हैं. राजू सिंह ने बिहार में 2015 का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन सफलता नहीं मिली थी.

पूछताछ के दौरान पूर्व विधायक की पत्नी का रवैया टाल-मटोल वाला था
फायरिंग में घायल हुई महिला अर्चना गुप्ता की बृहस्पतिवार को अस्पताल में मौत हो गयी जिसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी में धारा 302 जोड़ी, जो हत्या के अपराध के लिए सजा से संबंधित है. इसमें अधिकतम आजीवान कारावास या मृत्युदंड का प्रावधान है. सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान पूर्व विधायक की पत्नी का रवैया टाल-मटोल वाला था. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार ने कहा कि राजू सिंह और हरि सिंह को अदालत में पेशी से पहले मेडिकल परीक्षण के लिये एम्स ले जाया गया. पुलिस ने कहा कि फायरिंग किसने की यह पता लगाने के लिए आरोपियों की फोरेंसिक जांच की गयी है.

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