पटना : बिहार के नालंदा जिले के दीपनगर की घटना मॉब लिंचिंग हैं. पुलिस मुख्यालय ने जिले के पुलिस पदाधिकारियों को आदेश दिया है कि वह मॉब लिंचिंग में शामिल लोगों पर कठोर कार्रवाई करे. पुलिस मुख्यालय ने स्वीकार किया है कि दीपनगर मामले में स्थानीय पुलिस से चूक भी हुई है. पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि नालंदा के दीपनगर में आरजेडी नेता की हत्या के बाद जो घटा उसको भांपने में पुलिस पदाधिकारी चूक कर गये. उम्मीद नहीं थी कि ऐसा हो जायेगा. इस मामले में दोनों पक्षों से चार एफआईआर करायी गयी हैं. 10 लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है.
एडीजी नालंदा में राजद नेता की हत्या के बाद गुस्सायी भीड़ द्वारा आरोपित के घर को आग के हवाले कर दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में पुलिस का पक्ष रख रहे थे. पुलिस मुख्यालय से भी अधिकारी क्षेत्र में जायेंगे. फील्ड के पदाधिकारियों को लगातार भ्रमण करने के निर्देश दिये गये हैं. इस बात पर चिंता प्रकट की कि हाल के दिनों में कुछ सनसनीखेज मर्डर हुए हैं. जिन जिलों में अपराध बढ़ रहा है, वहां पुलिस मुख्यालय हस्तक्षेप कर रहा है. विभिन्न गिरोहों के सदस्यों को पकड़कर वारदातों पर अंकुश भी लगाया जा रहा है.