पटना : पीयू में रोटेशन के तहत नहीं हो रहा तबादला, वर्षों से जमे हैं कई कर्मी

पटना : पटना विश्वविद्यालय में वर्षों से कर्मचारी एक ही विभाग में काम कर रहे हैं लेकिन उनका तबादला दूसरे विभाग में नहीं हो रहा है. जबकि हर तीन वर्ष में कर्मचारी का तबादला एक विभाग से दूसरे विभाग में हो जाना चाहिए. इसके पीछे का कारण है कि उक्त काम के लिए दूसरा कोई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2019 2:05 AM
पटना : पटना विश्वविद्यालय में वर्षों से कर्मचारी एक ही विभाग में काम कर रहे हैं लेकिन उनका तबादला दूसरे विभाग में नहीं हो रहा है. जबकि हर तीन वर्ष में कर्मचारी का तबादला एक विभाग से दूसरे विभाग में हो जाना चाहिए.
इसके पीछे का कारण है कि उक्त काम के लिए दूसरा कोई ऑप्शन ही नहीं है. क्योंकि पीयू में कर्मचारियों की भारी कमी है. कर्मियों की कमी की वजह से नयी बहाली वर्षों से नहीं हुई है. करीब आधे से अधिक सीटें खाली हैं. सरकार के द्वारा तीन दशक से अधिक से कोई बहाली नहीं की गयी है. सिर्फ अनुकंपा के जरिये ही कर्मचारियों की बहाली हुई है.
एक कर्मचारी तीन कर्मियों का कर रहे काम : पटना विश्वविद्यालय में कुल 1436 पद हैं कर्मचारियों के लेकिन उसमें सिर्फ 680 कर्मचारी ही हैं.
कर्मचारियों ने बताया कि ऑप्शन नहीं होने की वजह से एक कर्मचारी तीन कर्मियों का काम कर रहे हैं. कई सेक्शन ऐसे हैं जहां तकनीकी रूप से उक्त काम करने के लिए स्टाफ नहीं है. इसलिए उनका बदलाव नहीं किया जा सका है. कॉलेजों में भी कमोबेश यही हाल है. कुछ विभागों में बीच-बीच में तबादले होते रहते हैं लेकिन ज्यादातर वैसे ही हैं और उसी जगह काम करते रहते हैं. परीक्षा विभाग में ऐसे कर्मी अधिक हैं. इसके अतिरिक्त कंप्यूटर विभाग है. कॉलेजों में भी यही हाल है. चूंकि उक्त काम को लेकर कुछ कर्मी इतने अभ्यस्त हो जाते हैं, उन्हें उनके जगह से नहीं हटाया जाता.
कर्मचारियों को किया जा रहा है चिह्नित
ऐसे कर्मचारियों को चिह्नित किया जा रहा है, जो कई वर्षों से एक ही डिपोर्टमेंट में काम कर रहे हैं. जल्द ही रोटेशनल आधार पर उनके सेक्शन में बदलाव किया जायेगा. चूंकि कर्मचारियों की दिक्कत भी है, इस वजह से भी परेशानी होती है. कुछ विभागों में तकनीकी वजहों से बदलाव नहीं
किये जाते हैं.
प्रो एनके झा, स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन, पीयू

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