मिशन 2019 : कटिहार में तारिक अनवर का रथ रोकेंगे भाजपा और जदयू
एनडीए और महागठबंधन में हैं एक से अधिक दावेदार, टिकट के लिए अभी से ठोंक रहे हैं ताल पटना : सीमांचल की कटिहार लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर है. राकांपा से कांग्रेस में आये मौजूदा सांसद तारिक अनवर काे भाजपा-जदयू के संयुक्त उम्मीदवार से मुकाबला करना पर सकता है. 10 […]
एनडीए और महागठबंधन में हैं एक से अधिक दावेदार, टिकट के लिए अभी से ठोंक रहे हैं ताल
पटना : सीमांचल की कटिहार लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर है. राकांपा से कांग्रेस में आये मौजूदा सांसद तारिक अनवर काे भाजपा-जदयू के संयुक्त उम्मीदवार से मुकाबला करना पर सकता है.
10 दिनों के भीतर एनडीए की तस्वीर साफ हो जायेगी. वहीं, महागठबंधन से कांग्रेस की टिकट पर तारिक अनवर प्रत्यााशी होंगे. एनडीए के भीतर भाजपा इसे अपनी कोर सीट मानती रही है. भाजपा उम्मीदवार निखिल कुमार चौधरी यहां से तीन बार सांसद रह चुके हैं. 2014 के चुनाव मेें उन्हें राकांपा के तारिक अनवर ने हराया था, जिसके कारण यह सीट भाजपा को जायेगी या जदयू को मिलेगी इस पर संशय बना हुआ है.
जदयू भी यहां से दावा कर रहा है. तारिक अनवर की मजबूत दावेदारी के बावजूद कांग्रेस के विधायक पूनम पासवान और शकील अहमद खान भी टिकट की रेस में शामिल हैं. गौरतलब हो कि कटिहार में कांग्रेस के तीन-तीन विधायक जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं. ऐसे में कांग्रेस की दावेदारी मजबूत है. इधर, एनडीए में यह सीट भाजपा को गयी तो उम्मीदवार कौन होगा, इस पर संशय बना हुआ है.
उम्मीदवारों की लंबी फेहरिस्त है. इसमें पूर्व सांसद निखिल कुमार चौधरी, एमएलसी अशोक अग्रवाल, खनन व भूतत्व मंत्री विनोद कुमार सिंह, कटिहार सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद फिलहाल मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. भाजपा का एक खेमा पूर्व सांसद निखिल कुमार चौधरी को अधिक उम्र का हवाला देकर विराेध कर रहा है. जबकि, तीन दफा सांसद रहे निखिल चौधरी के समर्थकों का मानना है कि टिकट की दौड़ में वे सबसे आगे हैं.
निखिल चौधरी ने पार्टी हाइकमान को साफ शब्दों में कहा है कि वे अंतिम बार चुनाव जरूर लड़ेंगे. वे लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. जबकि, दो बार एमएलसी रहे अशोक अग्रवाल भी एक वर्ष पूर्व से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं. अशोक अग्रवाल का प्रयास है कि कटिहार लोकसभा सीट भाजपा को जाये या जदयू को हर हाल में दोनों पार्टियों में किसी एक पार्टी से चुनाव लड़ेंगे.
पिछले चुनाव में राजद, राकांपा व कांग्रेस साथ चुनाव लड़े थे. जदयू अलग लड़ी थी औरभाजपा के साथ लोजपा व रालोसपा की ताकत थी. इसके बावजूद तारिक अनवर करीब एक लाख से अधिक मतों से विजयी हुए थे. जबकि, भाजपा के उम्मीदवार निखिल चौधरी दूसरे तथा जदयू उम्मीदवार रामप्रकाश महतो तीसरे स्थान पर रहे थे.
कटिहार में हैं छह विधानसभा क्षेत्र
कटिहार लोकसभा सीट में छह विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. इसमें कटिहार, मनिहारी,बलरामपुर, प्राणपुर, कदवा एवं बरारी विधानसभा क्षेत्र हैं. यहां करीब 18 लाख 17 हजार मतदाता हैं. 1952 में भागलपुर लोकसभा सीट हुआ करती थी. उस समय भागवत झा आजाद ने कांग्रेस से चुनाव जीता था.
…यहां से 1967 में सीताराम केसरी कांग्रेस, 1971 में जनसंघ से ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव, 1977 में जनता पार्टी और 1989 में जनता दल के टिकट पर युवराज सांसद निर्वाचित हो चुके हैं. तारिक अनवर पहली बार 1980 में यहां से सांसद बने थे.
इनपुट : कटिहार प्रतिनिधि