तेज प्रताप फिर से पहुंचे वृंदावन, मायावती-अखिलेश से मिलने लखनऊ पहुंचे तेजस्वी से मुलाकात संभव
पटना: राजद सुप्रीमो के बड़े बेटे व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव फिर से वृंदावन पहुंच गये हैं. उनका वहां से लखनऊ जाने का भी कार्यक्रम है. उधर, तेज प्रताप के छोटे भाई और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी सोमवार को लखनऊ में ही रहेंगे. संभावना जतायी जा रही है कि दोनों भाई […]
पटना: राजद सुप्रीमो के बड़े बेटे व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव फिर से वृंदावन पहुंच गये हैं. उनका वहां से लखनऊ जाने का भी कार्यक्रम है. उधर, तेज प्रताप के छोटे भाई और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी सोमवार को लखनऊ में ही रहेंगे. संभावना जतायी जा रही है कि दोनों भाई वहां मुलाकातकर सकते हैं. तेज प्रताप के वृंदावन जाने केकारण संगठन के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवालेसे बताया जारहाहै कि तेजप्रताप पर तलाककीअर्जी वापस लेने को लेकर दबावबनायाजा रहा हैं. लेकिन, वेअपने फैसले से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.
जानकारी के मुताबिक,लालूयादव के बड़ेबेटे तेज प्रताप यादव पिछले दो दिनों से वृंदावन में जमे हुए हैं, वे वहां मंदिरों में मुरली मनोहर भगवान कृष्ण के दर्शन कर रहे हैं.बताया जा रहा है कि वे सोमवार को लखनऊ में रहेंगे. वहीं रविवार की रात तेजस्वी यादव मायावती और अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ पहुंच गये है. हालांकि, तेजस्वी ने लखनऊ जाने की वजह मायावती को जन्मदिन की बधाई देना बताया है. लेकिन, इस दौरे के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
मायावती-अखिलेश से मुलाकात करेंगे तेजस्वी
चर्चा है कि तेजस्वीयादवमायावती को जन्मदिन को बधाई देने के साथ-साथ यूपी के पूर्वसीएमअखिलेश यादव से भी मुलाकातकरेंगे. इस दौरान वेयूपीके दोनों प्रमुख नेताओं से बिहार में गठबंधन या समर्थन को लेकर विचार-विमर्श कर सकते हैं. साथ ही चर्चा यह भी है कि जिस तरह से यूपी में कांग्रेस को गठबंधन से किनारा कर दिया गया है, ऐसे में तेजस्वी इस मुलाकात के बाद कांग्रेस पर प्रेशर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि, कांग्रेस की ओर से ज्यादा सीटों को लेकर दबाव बनाया जा रहा है.
सपा-बसपा गठबंधन पर तेजस्वी बोले…
इससे पूर्व, लखनऊ जाने सेपहले तेजस्वी ने सपा-बसपा गठबंधन पर खुशी जाहिरकरतेहुए कहा कि यह लालू जी का सोच था, जो पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि कोई यह नहीं सोच सकता था कि मायावती जी और अखिलेश जी एक साथ आ सकते हैं, लेकिनअब दोनों मिलकर चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, अब उनको तय करना है कि चुनाव में उन्हें कैसे लड़ना हैं. उन्होंने कहा कि समय पर पहुंचने के बाद आज ही मायावती जी से मुलाकात होगी. साथ ही कहा कि अखिलेश यादव जी से भी सोमवार को मुलाकात होगी.