तेजस्वी ने अखिलेश से की मुलाकात, कहा- अंगरेजों की गुलामी करनेवाले सत्ता में काबिज

लखनऊ : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन होने के बाद लखनऊ पहुंचे राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. इस मौके पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘मैं मायावती जी और अखिलेश जी को इस गठबंधन को राष्ट्रहित में बनाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2019 2:59 PM

लखनऊ : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन होने के बाद लखनऊ पहुंचे राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. इस मौके पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘मैं मायावती जी और अखिलेश जी को इस गठबंधन को राष्ट्रहित में बनाने के लिए बधाई देता हूं. यह देश में अभी की स्थिति के मद्देनजर आवश्यक था. साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग अंगरेजों के गुलाम थे, वे अभी सत्ता में हैं.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई और ईडी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीबीआई और ईडी अब एजेंसी नहीं हैं, वे अब भाजपा के सहयोगी बन गये हैं. राजद अध्यक्ष लालू जी जेल में केवल इसलिए हैं, क्योंकि मोदी जी ने उन्हें एक खतरे के रूप में देखा था.

उत्तर प्रदेश में गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किये जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कांग्रेस यूपी में गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ही मोदी जी को हराने के लिए पर्याप्त हैं. चुनाव भी इसके संकेत हैं. आप राहुल जी के बयान को भी पढ़ सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा है कि ‘बीजेपी को यहां सीटें नहीं मिलनेवाली हैं. गठबंधन में कौन है, यह महत्वपूर्ण नहीं है.’

तेजस्वी यादव ने रविवार की रात की थी मायावती से मुलाकात

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव रविवार की रात लखनऊ पहुंचने के बाद बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती से उनके आवास पर मुलाकात की थी. उन्होंने सपा-बसपा का गठबंधन होने पर खुशी जताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पायेगी. अब उत्तर प्रदेश और बिहार से बीजेपी का सफाया होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि आज ऐसा माहौल है, जहां वे बाबा साहेब के संविधान को मिटाना चाहते हैं और ‘नागपुरी कानून’ को लागू करना चाहते हैं.

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