पटना : केबल कटने से 28 ‘तीसरी आंखें’ बंद
अनुपम कुमार 20 सर्विलांस और 8 पीटीजेड कैमरे नहीं कर रहे काम पटना : पटना के कई इलाकों में पुलिस की तीसरी आंख बंद है. पुलिस के 28 सीसीटीवी कैमरा ऑप्टिकल फाइबर केबल कटने से काम नहीं कर रहे हैं. इनमें 20 सर्विलांस और 8 पीटीजेड कैमरा हैं. दो जगहों पर केबल नेटवर्क कटा है. […]
अनुपम कुमार
20 सर्विलांस और 8 पीटीजेड कैमरे नहीं कर रहे काम
पटना : पटना के कई इलाकों में पुलिस की तीसरी आंख बंद है. पुलिस के 28 सीसीटीवी कैमरा ऑप्टिकल फाइबर केबल कटने से काम नहीं कर रहे हैं. इनमें 20 सर्विलांस और 8 पीटीजेड कैमरा हैं. दो जगहों पर केबल नेटवर्क कटा है.
एक पटेल गोलंबर पर और दूसरा राजापुल पर. दोनों ही जगह इसकी वजह टेलीकॉम केबल बिछाया जाना है, जिसके दौरान सीसीटीवी के नेटवर्किंग में इस्तेमाल की जा रही ओफसी केबल कट गयी है. पटेल गोलंबर पर केबल कटने से वहां के साथ साथ चितकोहरा गोलंबर, अनिसाबाद ,वाल्मी मोड़, बेऊर मोड़ पर लगे सभी कैमरे बंद हो गये हैं. इनमें 17 सीसीटीवी और पांच पीटीजेड कैमरा शामिल हैं.
मंगलवार को प्रभात खबर की टीम जब ट्रैफिक कंट्रोल रूम पहुंची तो मालूम हुआ कि 32 कैमरा मेंटेनेंस के कारण भी बंद थे. इनमें 30 सर्विलांस कैमरा थे जबकि दो पीटीजेड कैमरा थे. सिस्टम को इंस्टॉल करने और मेंटेनेंस देखने वाली कंपनी के कर्मियों ने बताया कि इसके लिए कुछ घंटे ही कैमरे बंद रखने पड़ते हैं. लेकिन एक साथ इतनी बड़ी संख्या में कैमरे का बंद होना स्वाभाविक नहीं.
सर्विलांस कैमरा चालू रहने से संबंधित क्षेत्र में किसी प्रकार की घटना होने के बाद पुलिस को अनुसंधान में साहायता मिलती है क्योंकि हर आनेजाने वाले वाहन की तस्वीर इसमें कैद हाे जाती है. पटना पुलिस ने इसको समझते हुए कुल 154 सर्विलांस कैमरे राजधानी के अलग-अलग चौराहों और महत्वपूर्ण ट्रैफिक प्वाइंट पर लगाये हैं. लेकिन मंगलवार को इनमें से केवल 104 ही काम कर रहे थे. 50 कैमरों का नहीं काम करना चिंताजनक हैं और लगभग एक तिहाई ट्रैफिक प्वाइंट पुलिस की निगरानी से अछूते हैं.
51 पीटीजेड कैमरों में नहीं काम कर रहे थे 10 : पीटीजेड कैमरा का इस्तेमाल ट्रैफिक पुलिस यातायात नियमों के उल्लंघन की निगरानी और नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों को जुर्माना करने में करती है. पटना में इन दिनों 51 पीटीजेड कैमरा लगे हैं. इनमें से केेवल 41 पीटीजेड कैमरा ही काम कर रहे थे. 20 फीसदी कैमरों का काम नहीं करना ट्रैफिक निगरानी को मंद करता है.