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पटना : कृषि विज्ञान केंद्र की तर्ज पर राज्य में खुलेंगे पशु विज्ञान केंद्र : सीएम नीतीश

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में कृषि विज्ञान केंद्र की तर्ज पर पशु विज्ञान केंद्र खोले जायेंगे. इसके लिए राज्य सरकार पैसे की कमी नहीं होने देगी.सोमवार को बिहार लाइव स्टॉक प्लान के लांच के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि रोडमैप से कृषि और संबंधित सेक्टर से राज्य का […]

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में कृषि विज्ञान केंद्र की तर्ज पर पशु विज्ञान केंद्र खोले जायेंगे. इसके लिए राज्य सरकार पैसे की कमी नहीं होने देगी.सोमवार को बिहार लाइव स्टॉक प्लान के लांच के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि रोडमैप से कृषि और संबंधित सेक्टर से राज्य का आर्थिक विकास हुआ है. राज्य की 76 फीसदी आबादी का आधार कृषि और पशुपालन है. उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी से दूध की खपत बढ़ी है. दो लाख महिलाओं को दुग्ध उत्पादन समिति से जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कंफेड का काम बढ़िया है.
अभी 18 लाख लीटर दूध प्रतिदिन कलेक्शन हो रहा है. राज्य मछली उत्पादन में भी आत्मनिर्भर हो रहा है. उन्होंने जीविका के माध्यम से पशुपालन, बकरी और मुर्गी पालन को बढ़ावा देने को कहा. उन्होंने कहा कि कृषि रोडमैप में शामिल विभाग अपना-अपना मास्टर प्लान बनाकर काम करें, ताकि कृषि रोडमैप का लाभ मिले. जैविक खेती पर जोर देते हुए कहा कि सरकार इसको बढ़ावा दे रही है.
उन्होंने कहा कि सड़क पर घुमने वाली गायों को गौशाला में रखें. इसके गोबर और मूत्र से जैविक खाद तथा जैविक कीटनाशक का निर्माण होगा. सीएम ने पशु विज्ञान विवि के कुलपति से कहा कि वे मवेशियों के इनडोर की चिकित्सा की व्यवस्था शुरू करें. साथ ही दूध और दुग्ध उत्पादों के सरल जांच कैसे हो, इसकी तकनीक विकसित करें.
सुधा के बूथ पर मिलेगा सेब का जूस भी
सुधा के काउंटर पर अब सेब का जूस भी मिलेगा . यह 20 रुपये के 200 मिली के टेट्रा पैक में उपलब्ध होगा. मुख्यमंत्री ने इसे मंगलवार को लांच किया. यह कंफेड के बिहारशरीफ डेयरी संयंत्र में तैयार होगा.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पोषक सुधा मिल्क पाउडर और चार तथा 12 ग्राम के दूध पाउडर के पैक को भी लांच किया. मुख्यमंत्री ने रिमोट के जरिये डाटा प्रोसेसर आधारित स्वचालित दुग्ध संग्रहण इकाई की स्थापना, हजार लीटर दैनिक क्षमता के 20 एवं पांच सौ लीटर दैनिक क्षमता के 10 बल्क मिल्क कूलरों का उद्घाटन किया.
राज्य के विभिन्न जिलों में मत्स्य हैचरी, तीन ग्लाइकल चिलर, 8 मिल्को स्कैनर इकाई, मसौढ़ी एवं बख्तियारपुर में फीश फीड मिल के साथ ही सहरसा, मधेपुरा एवं पटना में चार प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय और 725 मैत्री (कृत्रिम गर्भाधान) केंद्रों का उद्घाटन किया.
मुख्यमंत्री ने राज्य के 17 जिलों में 33 प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय, महेशखूट में 300 मीट्रिक टन दैनिक क्षमता का पशु आहार कारखाना का शिलान्यास भी किया. मुख्यमंत्री ने भागलपुर में वर्तमान में 60 हजार लीटर दैनिक क्षमता की डेयरी की क्षमता 2 लाख लीटर दैनिक क्षमता में करने की योजना का भी शिलान्यास किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गव्य विकास योजना, समेकित बकरी विकास योजना एवं लेयर मुर्गी फार्म के लाभुकों को चेक भी प्रदान किया. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस मौके पर कहा कि पशुपालन से लघु और सीमांत किसानों को काफी लाभ होगा. बैंक पशु, मछली और मुर्गीपालन में सहयोग करे.
उन्होंने कहा कि बैंक केसीसी की तरह कम ब्याज दर पर पशुपालकों को ऋण उपलब्ध कराये. पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि लाइव स्टॉक प्लान के जरिये राज्य में दूध, मछली, मांस और अंडा के उत्पादन को बढ़ावा दिया जायेगा.

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