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पटना : अस्पताल में भिड़े डॉक्टर, टले कई ऑपरेशन, सीनियर ने लगाया ये आरोप
जूनियर बोले नहीं दी बेहोशी की दवा पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जरी आॅपरेशन थियेटर में सर्जरी विभाग के जूनियर व निश्चेतना विभाग के प्रभारी चिकित्सक सुदामा प्रसाद के बीच मंगलवार की सुबह भिड़ंत हो गयी. बात इतनी बढ़ गयी कि मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कॉलेज से प्राचार्य डॉ सीताराम […]
जूनियर बोले नहीं दी बेहोशी की दवा
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जरी आॅपरेशन थियेटर में सर्जरी विभाग के जूनियर व निश्चेतना विभाग के प्रभारी चिकित्सक सुदामा प्रसाद के बीच मंगलवार की सुबह भिड़ंत हो गयी. बात इतनी बढ़ गयी कि मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कॉलेज से प्राचार्य डॉ सीताराम प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर को पहुंचना पड़ा. समझा-बुझा कर मामले को शांत कराया गया.
हालांकि, जूनियर व सीनियर की इस भिड़ंत में आॅपरेशन के लिए ओटी में लाये गये चार मरीजों को बगैर आॅपरेशन के वापस लौटना पड़ा. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि मंगलवार को सर्जरी ओटी में सर्जरी के दस मरीजों का आॅपरेशन होना था. इसमें डॉ इकबाल के यूनिट में भर्ती छह मरीज डॉ एसके झा की यूनिट में भर्ती दो व डॉ आरके अजय की यूनिट में भर्ती दो मरीजों के आॅपरेशन होने थे, इसके लिए मरीजों को आॅपरेशन थियेटर में लाया गया.
इसमें मेजर व माइनर दोनों आॅपरेशन होना था. जूनियर डॉक्टरों का कहना है उन्होंने निश्चेतना विभाग के प्रभारी चिकित्सक डॉ सुदामा प्रसाद से कहा कि मेजर आॅपरेशन पहले कर रहे हैं, माइनर आॅपरेशन वाले मरीजों को बेहोशी की दवा दे दीजिए, इसी बात पर प्रभारी नाराज हो गये और बोले कि साढ़े 11 बजे हैं, अभी दवा देंगे से आॅपरेशन होने में दो से ढाई से बज जायेगा. ऐसे में जितने मरीज को दवा मिली है, उतने का आॅपरेशन करें. इसी बात के विवाद में दोनों में बहस होने लगी, हालांकि, प्रभारी डॉ सुदामा प्रसाद का कहना है कि जूनियर डॉक्टरों ने दुर्व्यवहार किया है.
जिस समय हंगामा हो रहा था, उस समय छह मरीजों का आॅपरेशन बचा था. जिसमें चारों मरीज ओटी के बेड पर थे, जिनको लौटाया गया. अवकाश से लौटे निश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार का कहना है कि यह मामला सर्जरी व निश्चेतना विभाग के सीनियर डॉक्टरों का था, इसमें जूनियर पीजी स्टूडेंट का हस्तक्षेप न्यायोचित नहीं है.
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को उपचार कराने में क्या परेशानी हो रही है, इसी का जायजा लेने के लिए मंगलवार को आपका सेवक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव अस्पताल पहुंचे. जहां दरबार लगाया. जहां पर दर्जनों की संख्या में मरीज सांसद से अस्पताल की कमियों को बताया.
सांसद के दरबार में अस्पताल के अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर व अस्पताल प्रबंधक डॉ धर्मेंद्र कुमार, शैलेंद्र कुमार समेत अन्य थे. दरबार में मरीजों के परिजनों ने सांसद से कहा कि अस्पताल में सभी प्रकार की दवा नहीं मिलती है, दवा व जांच कराने के लिए डॉक्टर बाहर भेजते हैं. सांसद ने मरीजों की ओर से गिनायी गयी समस्याओं की शिकायत अस्पताल प्रशासन को सौंपी.
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