मिशन 2019 : बांका में अतिपिछड़े मतदाता निभायेंगे मुख्य भूमिका, NDA-RJD में मुकाबला
यहां से 1977 में जीते थे मधु लिमिये, इस बार एनडीए के निशाने पर हो सकते हैं राजद के जयप्रकाश यादव पटना : बांका लोकसभा सीट पर इस बार सारा दारोमदार अतिपिछड़ी जाति के मतदाताओं पर निर्भर है. समाजवादियों की धरती रही बांका से 1977 में मधु लिमिये ने जीत हासिल की थी. इस बार […]
यहां से 1977 में जीते थे मधु लिमिये, इस बार एनडीए के निशाने पर हो सकते हैं राजद के जयप्रकाश यादव
पटना : बांका लोकसभा सीट पर इस बार सारा दारोमदार अतिपिछड़ी जाति के मतदाताओं पर निर्भर है. समाजवादियों की धरती रही बांका से 1977 में मधु लिमिये ने जीत हासिल की थी. इस बार एनडीए के भीतर भाजपा और जदयू के बीच इस सीट के बंटवारे पर फैसला नहीं हुआ है. भाजपा से पुतुल कुमारी और जदयू से नरेंद्र सिंह ने अपनी दावेदारी जतायी है.
पूर्व मंत्री और जदयू नेता नरेंद्र सिंह ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर बांका से चुनाव लड़ने की इच्छा जतायी है. वहीं, पुतुल देवी के समर्थकों का भी मानना है कि इस बार उन्हें ही उम्मीदवार बनाया जायेगा. पर, बांका का मन-मिजाज बताता है कि यदि एनडीए ने इस बार सवर्ण उम्मीदवार की जगह अतिपिछड़ी कार्ड खेला तो राजद को कड़ी टक्कर मिल सकती है. राजद से इस बार भी मौजूदा सांसद जयप्रकाश यादव को ही उम्मीदवार बनाया जाना तय माना जा रहा है.
ऐसे में एनडीए की ओर से अतिपिछड़ी जाति से उम्मीदवार बनाया गया तो सामाजिक न्याय के दायरे में आने वाले तमाम मतदाताओं की एकपक्षीय गोलबंदी नहीं हो पायेगी. अतिपिछड़ी जातियों में सबसे अधिक मतदाता कुम्हार वर्ग से आते हैं. इनके अलावा अनुसूचित जाति और आदिवासी वोटरों की कुल संख्या सम्मिलित करने पर दस लाख से अधिक हो जाती है.
एनडीए और राजद में आमने-सामने का होगा मुकाबला
बांका सीट पर इस बार एनडीए और राजद में आमने-सामने का मुकाबला होने के आसार हैं. 2014 में राजद के जयप्रकाश नारायण यादव यहां से सांसद निर्वाचित हुए थे. उन्हें 2,85,150 वोट आये. जबकि, भाजपा की पुतुल कुमारी को दो लाख 75 हजार के करीब वोट मिले थे.
संजय कुमार 1 को दो लाख 28 हजार वोट प्राप्त हुए थे. इस बार अभी से बांका लोकसभा सीट की सियासत उबाल पर है. इस सीट के सभी विधानसभा क्षेत्रों के लोग राजनीितक गुणा-भाग करने लगे हैं. वहीं दूसरी ओर, िवभिन्न राजनीितक दल से अपनी किस्मत आजमाने की चाह रखने वालों ने भी सक्रियता बढ़ा दी है.
इस सीट में हैं छह विधानसभा क्षेत्र
बांका लोकसभा सीट के तहत छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इस लोकसभा सीट में सुलतानगंज, धोरैया, बांका, कटोरिया और बेलहर िवधानसभा क्षेत्र आते हैं.