पटना : शहर में आज से खुलेंगी मछली की दुकानें

प्रतिबंध हटने के बाद मछली कारोबारियों के चेहरे खिल उठे पटना : सभी तरह की मछलियों की बिक्री पर लगे प्रतिबंध हटा लिये गये हैं. इसके बाद बिहार राज्य मछली व्यवसायी संघ ने बुधवार को पिछले 15 दिनों से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करने का एलान किया. गुरुवार से मछली की थोक मंडी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2019 9:16 AM
प्रतिबंध हटने के बाद मछली कारोबारियों के चेहरे खिल उठे
पटना : सभी तरह की मछलियों की बिक्री पर लगे प्रतिबंध हटा लिये गये हैं. इसके बाद बिहार राज्य मछली व्यवसायी संघ ने बुधवार को पिछले 15 दिनों से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करने का एलान किया. गुरुवार से मछली की थोक मंडी बाजार समिति में कारोबार शुरू हो जायेगा.
अनिश्चितकालीन हड़ताल में पटना सहित सूबे के लगभग 30 लाख मछली कारोबारी शामिल थे. प्रतिबंध हटने की सूचना मिलने के बाद मछली कारोबारियों के चेहरे खिल उठे और मछली की थोक मंडी बाजार समिति में कारोबारियों ने आपस में एक-दूसरे को मिठाई खिला कर खुशी का इजहार किया. बिहार सरकार ने फर्मलीन पाये जाने की खबर के बाद बाहर से आयात की जाने वाली मछलियों की बिक्री पर रोक लगा दी थी.
आंध्र प्रदेश गयी टीम ने जांच के बाद बाहर से आयात की जानेवाली मछलियों पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला लिया है. बिहार राज्य मछली व्यवसायी संघ के अध्यक्ष अनुज कुमार, सचिव गौतम सहनी, उपाध्यक्ष मोहन कुमार और कोषाध्यक्ष तमन्ना रहमान ने बिहार सरकार की ओर से मछलियों पर लगायी गयी रोक हटाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को धन्यवाद दिया है.
बंद से आठ करोड़ का नुकसान
पटना नगर निगम क्षेत्र में आंध्र प्रदेश की मछलियों पर रोक लगने के बाद बाजार समिति में खुलीं 100 थोक दुकानें 15 दिन पूरी तरह बंद रहीं. इसके कारण 7-8 करोड़ रुपये का नुकसान कारोबारियों को उठाना पड़ा. बाजार समिति थोक मंडी में आंध्र प्रदेश से 140 टन और पश्चिम बंगाल और झारखंड से लगभग दस टन मछलियां आती हैं. इनमें से 80 टन पटना के बाजारों में जाती हैं और बाकी अन्य जिलों में जाती हैं. मछली के थोक विक्रेता धनंजय कुमार ने बताया कि मंडी को सामान्य होने में कम-से-कम 4-5 दिन लगेंगे.

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